औली में बर्फबारी के बाद चारों तरफ जन्नत से नजारे



 


 

औली में पर्यटकों की ओर से आगामी दस दिसंबर तक की एडवांस बुकिंग आ चुकी है। पर्यटन व्यवसायी अजय भट्ट का कहना है कि औली में बर्फबारी के बाद पर्यटकों की संख्या बढ़ गई है। देश के विभिन्न हिस्सों से पर्यटक औली के सैर-सपाटे पर पहुंच रहे हैं।


उधर, शुक्रवार को दोपहर बाद फिर मौसम का मिजाज बदला और बदरीनाथ, हेमकुंड साहिब के साथ ही ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी हुई, जबकि निचले क्षेत्रों में मौसम सामान्य रहा। बर्फबारी से जिले में कड़ाके की ठंड पड़ रही है। बृहस्पतिवार को हुई अत्यधिक बर्फबारी से जोशीमठ-मलारी हाईवे जगह-जगह बर्फ जमने से अवरुद्ध हो गया था। 




शुक्रवार को चटख धूप खिलने से हाईवे को दोपहर बाद सेना के भारी वाहनों के लिए खोल दिया गया है, जिससे सेना के जवानों ने राहत की सांस ली। केदारनाथ धाम में दोपहर बाद लगभग दो बजे से हल्की-हल्की बर्फबारी शुरू हो गई थी, जो देर शाम तक रही। इससे पूर्व सुबह से मौसम सुहावना रहा और धूप खिली रही। 




इस दौरान करीब आधा फीट बर्फ भी पिघल गई थी। धाम में अब भी साढ़े चार फीट तक बर्फ मौजूद है। यहां अधिकतम तापमान 12 और न्यूनतम माइनस 8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इधर, जिला मुख्यालय समेत निचले इलाकों में दिनभर गुनगुनी धूप खिली रही। दोपहर तक मौसम सुहावना बना हुआ था। लेकिन दो बजे के बाद से पुन: हल्की बर्फबारी होने लगी है, जिससे ठंड पूर्ववत हो गई है। 




दोपहर तक मौसम सुहावना बना हुआ था। लेकिन दो बजे के बाद से पुन: हल्की बर्फबारी होने लगी है, जिससे ठंड पूर्ववत हो गई है। सभी पुनर्निर्माण कार्य स्थल सफेद चादर ओढ़ हुए हैं। कहा कि अगर, अगले दो-तीन दिन तक चटक धूप होने पर बर्फ पिघल पाएगी। अन्यथा आने वाले दिनों में पुनर्निर्माण कार्यों में दिक्कतें हो सकती हैं।