बीजेपी सांसद प्रज्ञा ठाकुर ने खुद को बेकसूर बताया


 


संसद में 'गोडसे' बयान को लेकर विपक्ष से लेकर अपनी पार्टी के निशाने पर आईं बीजेपी सांसद प्रज्ञा ठाकुर ने खुद को बेकसूर बताया है। प्रज्ञा ने गुरुवार को ट्वीट कर कहा कि उनके बयान को गलत तरीके से पेश कर झूठ फैलाया जा रहा है, जिससे सच्चाई छिप गई है। बता दें बीजेपी ने प्रज्ञा पर सख्त कार्रवाई करते हुए उन्हें डिफेंस कमिटी से निकाल दिया है। इसके साथ ही पार्टी की संसदीय दल की बैठक में आने से भी रोका गया है। साध्वी के बयान को लेकर विपक्ष पीएम मोदी और सरकार पर हमलावर है। गुरुवार को संसद में कांग्रेस ने इसको लेकर जमकर हंगामा किया।


भोपाल से बीजेपी सांसद ने इस कार्रवाई पर कहा कि उनका अपराध बस यही है कि वह संसद में शहीद उधम सिंह का अपमान बर्दाश्त नहीं कर पाईं। प्रज्ञा ने ट्वीट किया, 'कभी-कभी झूठ का बवंडर इतना गहरा होता है कि दिन में भी रात लगने लगती है, किंतु सूर्य अपना प्रकाश नहीं खोता। पलभर के बवंडर मे लोग भ्रमित न हों, सूर्य का प्रकाश स्थाई है। सत्य यही है कि कल मैने ऊधम सिंहजी का अपमान नहीं सहा, बस।'


दरअसल, लोकसभा में बुधवार को स्पेशल प्रॉटेक्शन ग्रुप (एसपीजी) कानून, 1988 में संशोधन के लिए लाए गए एसपीजी संशोधन विधेयक, 2019 पर चर्चा चल रही थी। जब डीएमके सांसद ए. राजा संशोधन प्रस्ताव पर अपनी बात रख रहे थे, तभी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने उन्हें टोक दिया। राजा ने कहा था कि गोडसे ने स्वीकार किया था कि गांधी की हत्या का फैसला करने से पहले 32 सालों तक उसके मन में गांधी के प्रति द्वेष पनप रहा था। राजा ने कहा कि गोडसे ने गांधी को मारा क्योंकि वह एक खास विचारधारा में विश्वास रखता था। इस दौरान प्रज्ञा 'आप एक देशभक्त के लिए ऐसा नहीं कह सकते' कहती सुनी गई थीं।


बीजेपी सांसद की इस टिप्पणी पर सदन में बवाल मच गया। संसद के बाहर भी हंगाामा हुआ। कांग्रेस के गौरव गोगोई ने भी प्रज्ञा की टिप्पणी पर कड़ा ऐतराज जताते हुए मांग की कि उन्हें इसके लिए माफी मांगनी चाहिए। विपक्ष के भारी विरोध के बीच लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने प्रज्ञा ठाकुर की यह टिप्पणी सदन की कार्यवाही से हटाने का आदेश दिया। बाद में लोकसभा सचिवालय ने बाद में एक आधिकारिक बयान जारी कर कहा कि ठाकुर की टिप्पणी दर्ज नहीं की गई है।



राजनाथ सिंह ने लोकसभा में की निंदा
हालांकि, पूरा विवाद के बाद प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने बुधवार को ही सफाई दी थी कि उनकी टिप्पणी नाथूराम गोडसे को लेकर नहीं बल्कि शहीद उधम सिंहजी के लिए थी। प्रज्ञा की यह सफाई काम नहीं आई और बीजेपी ने गुरुवार सुबह ही उन पर कड़ा ऐक्शन लिया। उधर, लोकसभा में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि बीजेपी इस बयान की कड़ी निंदा करती है और गोडसे को देशभक्त नहीं मानती है।