एक लीटर दूध मिलाकर 81 बच्चों को पिलाया, शिक्षामित्र कार्यमुक्त


यहां सलईबनवा प्राथमिक विद्यालय में एक बाल्टी पानी में एक लीटर दूध मिलाकर 81 बच्चों को पिलाया गया। इस अनियमितता का वीडियो भी सामने आया है। खंड शिक्षा अधिकारी मुकेश राय ने स्वीकार किया है कि शिकायत मिली है। जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी। इससे पहले मिर्जापुर में बच्चों को मिड-डे-मील में नमक रोटी परोसने का मामला उजागर हो चुका है। जिसकी गूंज शासन तक पहुंची थी। नमक-रोटी कांड का खुलासा करने वाले रिपोर्टर पर केस भी दर्ज किया गया था। 


चोपन विकास खंड के कोटा विकास खंड के सलईबनवा प्राथमिक विद्यालय में 171 बच्चों का पंजीकरण है। बुधवार को यहां 81 बच्चे स्कूल पहुंचे थे। इन बच्चों के लिए केवल एक लीटर दूध का पैकेट भेजा गया, जो नाकाफी था। इसलिए एक बाल्टी पानी को बड़े भगोने में उबाला गया, फिर उसमें एक लीटर दूध घोल दिया गया। इसके बाद बच्चों को एक-एक गिलास दूध पीने के लिए बांट दिया गया। मिड-डे-मील के मीन्यू के मुताबिक, बुधवार को तहरी और दूध वितरित किया जाना था। दूध की मात्रा 150-200 एमएल निर्धारित है। 


शिक्षक बोले- दूध समय से उपलब्ध नहीं हो पाया था


विद्यालय के प्रभारी शैलेश कन्नौजिया पहले मामले को दबाते दिखे। बाद में कहा- दो स्कूलों का प्रभार होने के कारण दूध समय से उपलब्ध नहीं हो पाया। दाई को एक लीटर दूध दिया गया था। इसको विद्यालय में शिक्षकों ने पिलवा दिया। हम दोबारा दूध की व्यवस्था करके लाए तो खंड शिक्षा अधिकारी ने दोबारा दूध पिलाने से मना कर दिया। बोले- अगले दिन पिलवा देना। 


एबीएसए ने कहा- बच्चों को दोबारा दूध बांटा गया


खंड शिक्षा अधिकारी मुकेश राय ने कहा- एक लीटर दूध को एक बाल्टी पानी में मिलाकर पिलाने की जानकारी मिली है। प्राथमिक जांच में दोषी पाए जाने पर शिक्षामित्र कबीर यादव को कार्यमुक्त कर दिया गया है। बाद में भूल सुधार करते हुए बच्चों को दोबारा भी दूध बांटा गया था।