देश की पहली फुल विस्ताडोम ट्रेन, क्रिसमस पर शिमला पहुंचेगी


देश की पहली विस्ताडोम ट्रेन क्रिसमस के दिन बुधवार को कालका से सैलानियों को लेकर शिमला पहुंचेगी। सात कोच वाली इस ट्रेन में छह पारदर्शी विस्ताडोम कोच होंगे। अब तक देश में अन्य स्थानों पर चल रही ट्रेनों में एक या दो विस्ताडोम कोच के साथ ही ट्रेनें चल रही हैं। क्रिसमस के मौके पर पहली बार हिमाचल में पारदर्शी विस्ताडोम ट्रेन 'हिम दर्शन एक्सप्रेस' का संचालन होगा।


पहले चार दिन 25 से 28 दिसंबर तक कालका से शिमला के लिए यह ट्रेन एडवांस बुक हो चुकी है। पारदर्शी विस्ताडोम ट्रेन कालका से सुबह 7:00 बजे रवाना होगी और 12:55 पर शिमला पहुंचेगी। इस ट्रेन के भीतर सीटों पर बैठे-बैठे ही सैलानी बर्फीली वादियों का आनंद ले सकेंगे। शिमला से ट्रेन 3:50 बजे कालका की ओर रवाना होगी और 9:15 पर कालका पहुंचेगी। 


आवाजाही करते हुए यह ट्रेन सिर्फ बड़ोग स्टेशन पर 8 मिनट के लिए रुकेगी। ट्रेन का एक ओर का किराया प्रति सीट 630 रुपये निर्धारित किया गया है। 25 दिसंबर 2019 से 24 दिसंबर 2020 तक ट्रेन का संचालन किया जाएगा। इस ट्रेन में 6 फर्स्ट क्लास एसी विस्ताडोम कोच और एक फर्स्ट क्लास सिटिंग कम लगेज कोच शामिल होगा।




विस्ताडोम कोच में 15 यात्रियों के बैठने की क्षमता होगी, जबकि फर्स्ट क्लास सिटिंग कम लगेज कोच की क्षमता 14 होगी। कालका से शिमला की ओर ट्रेन नंबर 52459 और शिमला से कालका की ओर 52460 की ऑनलाइन बुकिंग भी की जा सकती है।




कोच की खासियत
वातानुकूलित है, खिड़कियां मोटे पारदर्शी शीशे की हैं जो सामान्य से ज्यादा बड़ी हैं 
छत भी शीशे की है, कोच का इंटीरियर भी खास तौर पर डिजाइन किया गया है 
डिब्बे, दरवाजे और खिड़कियों में कठोर शीशे का इस्तेमाल, स्टील रेलिंग भी लगाई गई है 
एलईडी लाइटें, तापमान मापक यंत्र भी लगा है, कोच में वेस्टर्न टॉयलेट की सुविधा उपलब्ध




यूनेस्को वर्ल्ड हेरिटेज कालका-शिमला ट्रैक पर सैलानियों के लिए 25 दिसंबर से शुरू हो रही हिम दर्शन एक्सप्रेस देश की पहली फुल विस्ताडोम ट्रेन है। मौजूदा समय देश में अन्य स्थानों पर ट्रेनों के साथ एक या दो विस्ताडोम कोच ही चलाए जा रहे हैं। - हरि मोहन, उत्तर रेलवे के सीनियर डीसीएम