डॉ प्रियंका रेड्डी को न्याय दिलाने के लिए भारतीय पत्रकार महासभा ने जताया आक्रोश


भारतीय पत्रकार महासभा द्वारा डॉ प्रियंका रेड्डी को न्याय दिलाने के लिए  जताया गया आक्रोश।


अब तो कदम कोई ऐसा ठोस उठाना होगा।
स्वयं ही बेटियों को इन दरिंदो से बचाना होगा।


अब तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद में घटित डॉ प्रियंका रेड्डी हत्याकांड पूरे देश की सुर्खियों में है। अभी तक तो 'निर्भया' के दोषियों को ही फांसी की सजा नहीं दी गई है और एक और निर्भया हवस के दरिंदों की दरिंदगी का शिकार हुई है। अब तो यह प्रश्न पूरे देश के समक्ष मुंह बाए खड़ा है कि हम कैसे समाज में जी रहे हैं? जहां बेटियां कहीं भी सुरक्षित नहीं हैं। एक तरफ हम 'बेटी बचाओ और बेटी पढ़ाओ' के नारे लगाते हैं, दूसरी तरफ वही बेटियां समाज में सुरक्षित नहीं हैं, जो अपने बलबूते पर कुछ बनकर दिखाती हैं। आखिर हम किस युग में जी रहे हैं? क्या हम सभ्य समाज में जीने लायक माहौल अपनी बहन-बेटियों को दे पाए हैं? ये कुछ ऐसे यक्ष प्रश्न हैं, जो हमारे सामने आज़ भी मुंह बाए खड़े हैं और हम इनका कोई यथोचित उत्तर नहीं दे पा रहे हैं।
जब तक इन अपराधियों को राजनीतिक संरक्षण मिलता रहेगा, इनके खिलाफ कोई कठोर कार्रवाई नहीं होगी, तब तक ये बेखौफ होकर ऐसी वारदातों को अंजाम देते रहेंगे। इन घटनाओं की रोकथाम तभी संभव है, जब इन अपराधियों को तुरंत सरेआम फांसी पर लटकाया जाए और अगर कोई इनकी पैरवी करता है और मानवाधिकारों की दुहाई देता है तो उसके खिलाफ भी कार्रवाई की जाए। क्योंकि अब समय आ गया है, जब केवल न्याय की गुहार लगाने से और मोमबत्तियां जलाकर मौन रहने से कुछ होने वाला नहीं है, अब तो तुरंत ठोस कार्रवाई होनी चाहिए।