विदेशी मीडिया में भी कैब-एनआरसी और दिल्ली में हो रहे प्रदर्शन पर है पूरी नजर


देश की राजधानी दिल्ली जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय, अलीगढ़ मुस्लिम वि‌श्वविद्यालय सहित अन्य विश्वविद्यायों और कई राज्यों में नागरिकता विधेयक के खिलाफ मंगलवार को भी विरोध प्रदर्शन हुए। इस प्रदर्शन को भारतीय मीडिया के साथ-साथ विदेशी मीडिया ने भी पूरा कवरेज दिया। विदेशी मीडिया इस पूरे मामले पर नजर रखे हुए है। वो बराबर इसकी कवरेज कर रहा है।


अलजजीरा ने जामिया हिंसा के पीछे सोशल मीडिया के संदेशों को माना वजह


न्यूयाॅर्क टाइम्स  ने लिखा कि नए कानून को मुस्लिम अपने खिलाफ देख रहे हैं। पाकिस्तान के अखबार द डॉन ने जामिया औए एएमयू के छात्रों के साथ पुलिस के बर्बरता करने की बात लिखी। यूके के द इंडिपेंडेड ने भारत में विरोध प्रदर्शन: कम से कम 5 प्रदर्शनकारियों की मौत, प्रदर्शन कर रहे छात्रों को  पुलिस ने रोका शिर्षक के साथ दिल्ली में जलती हुई डीटीसी बस का फोटो भी प्रकाशित किया।


अलजजीरा बताए 3 कारण


लजजीरा ने 'इतने सारे भारतीय नागरिकता का विरोध क्यों कर रहे हैं' शीर्षक के साथ विरोध के तीन कारण भी बताए। पहला कारण विदेशी प्रवासियों के खिलाफ गुस्सा, दूसरा 200 मिलियन मुस्लिम हासिए पर और तीसरा कारण जामिया छात्रों पुलिस की कार्रवाई के वीडियो और फोटोज सोशल मीडिया पर वायरल करना बताया। 


अाॅक्सफाेर्ड-हार्वर्ड के छात्र भी जामिया छात्रों के समर्थन में
जामिया अाैर एएमयू में छात्राें पर कार्रवाई के खिलाफ विदेश की कई प्रतिष्ठित यूनिवर्सिटी में प्रदर्शन हुए। इनमें अाॅक्सफाेर्ड, हार्वर्ड, येल, एमअाईटी, काेलंबिया अाैर स्टैनफाेर्ड यूनिवर्सिटी शामिल हैं। इसी बीच, अमेरिका, ब्रिटेन, अाॅस्ट्रेलिया, सिंगापुर, कनाडा अाैर इजरायल ने अपने नागरिकाें काे एडवाइजरी जारी कर भारत में एहतियात बरतने काे कहा है।