राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने महाराष्ट्र महाविकास अघाड़ी सरकार को तगड़ा झटका दिया है। उन्होंने विधानपरिषद की दो रिक्त सीटों पर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के दो नेताओं को मनोनीत करने से मना कर दिया है।
राज्यपाल ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की ओर से एमएलसी मनोनीत करने के लिए भेजी गई फाईल करीब एक महीने के बाद वापस सरकार के पास भेज दिया। इस संबंध में आरटीआई कार्यकर्ता अनिल गलगली ने सूचना के अधिकार के तहत जानकारी मांगी थी।
उन्हें बताया गया कि उद्धव ने एक महीने पहले एनसीपी के शिवाजी गर्जे और मीडिया सेल की प्रमुख अदिति नलावड़े की सिफारिश भले ही राज्यपाल से की होगी, लेकिन अबतक राज्यपाल ने कोई भी फैसला नहीं लिया हैं।
राज्यपाल विधान परिषद पर साहित्य, विज्ञान, कला, सहकारिता आंदोलन और सामाजिक सेवा में विशेष ज्ञान या व्यावहारिक अनुभव ऱखने वाले व्यक्तियों का विधान परिषद सदस्य पद के लिए चयनित करते हैं। राज्यपाल द्वारा फैसला नहीं लेने के कारण एक तरह से राजनीतिक लोगों की विधानपरिषद में बैक एंट्री पर ब्रेक लग गया है।
राज्यपाल ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की ओर से एमएलसी मनोनीत करने के लिए भेजी गई फाईल करीब एक महीने के बाद वापस सरकार के पास भेज दिया। इस संबंध में आरटीआई कार्यकर्ता अनिल गलगली ने सूचना के अधिकार के तहत जानकारी मांगी थी।
उन्हें बताया गया कि उद्धव ने एक महीने पहले एनसीपी के शिवाजी गर्जे और मीडिया सेल की प्रमुख अदिति नलावड़े की सिफारिश भले ही राज्यपाल से की होगी, लेकिन अबतक राज्यपाल ने कोई भी फैसला नहीं लिया हैं।
राज्यपाल विधान परिषद पर साहित्य, विज्ञान, कला, सहकारिता आंदोलन और सामाजिक सेवा में विशेष ज्ञान या व्यावहारिक अनुभव ऱखने वाले व्यक्तियों का विधान परिषद सदस्य पद के लिए चयनित करते हैं। राज्यपाल द्वारा फैसला नहीं लेने के कारण एक तरह से राजनीतिक लोगों की विधानपरिषद में बैक एंट्री पर ब्रेक लग गया है।