शाहीन बाग में एक महीने से ऊपर चला आ रहा प्रदर्शन धीरे-धीरे मेले के रूप में तब्दील होता जा रहा है। बीच सड़क पर प्रदर्शन कर रहे लोगों को देखने आने वालों भीड़ को देखते हुए कई ठेले लग गए हैं। चाट के ठेले से लेकर पॉपकॉर्न तक प्रदर्शनकारियों को लुभा रहा है। प्रदर्शन में तिरंगा टोपी 20 रुपये तक में बिक रही है। खुद को अलग दिखाने के लिए कुछ प्रदर्शनकारी अपने चेहरों पर पचास रुपये में टेटू बनवा सेल्फी में कैद करते नजर आए।
नागरिकता कानून (सीएए) के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे लोगों ने एक महीने से इसे अवरुद्ध कर रखा है। कालिंदी कुंज से नोएडा की ओर जाने वालों को भले ही परेशानी का सामना करना पड़ रहा हो, लेकिन शाहीन बाग में चल रहे प्रदर्शन में प्रदर्शनकारी चाट-पकौड़े का लुत्फ उठा रहे हैं। इस रोड पर बच्चे क्रिकेट खेल रहे हैं और बड़े लगने वाले ठेलों पर बिरायनी का स्वाद ले रहे हैं
टैंट के अंदर से प्रदर्शन की अगुवाई करने वाले लोग भी थक कर इन ठेलों पर पहुंच जाते हैं। दिनभर प्रदर्शन में महिलाओं के साथ-साथ बड़ी संख्या में पुरुष भी शामिल होते हैं। पर रात के वक्त महिलाएं टैंटों में बैठकर सीएए का विरोध करती नजर आती हैं। लंबे वक्त से चले आ रहे प्रदर्शन में कई सेल्फी पॉइंट्स बन गए हैं, जहां हर कोई खुद को सेल्फी में कैद कर यादगार लम्हे का गवाह बनना चाहता है।
प्रदर्शन में तिरंगे से सजी टोपी व अन्य सामान बेचने वाले दुकानदार शाह आलम बताते हैं कि वह पूरे दिन 400 से 600 का सामान बेचकर घर जाते हैं। शाह आलम इससे पहले अन्ना आंदोलन में भी तिरंगे से जुड़ी सामान बेचकर काफी कमाई कर चुके हैं। इनके ही जैसे कई दूसरे दुकानदार हैं जो हर दिन 500 रुपये तक कमा लेते हैं। उनका कहना है कि सड़क शुरू होने के बाद वह फिर से गली-मोहल्लों में दुकान लगाने चले जाएंगे।
उधर, दक्षिण दिल्ली के लोगों को यह सड़क बंद होने से नोएडा जाने में असुविधा का सामना करना पड़ रहा है। पुलिस ने बंद पड़ी सड़क को खाली कराने के लिए व्यापारिक संगठन, धार्मिक नेताओं और समुदाय के नेताओं से लगातार बातचीत कर रही है, लेकिन प्रदर्शनकारियों पर उसका कोई असर नहीं पड़ा है।
प्रदर्शनकारियों ने विरोध जताने के लिए भारत का एक 30 फीट का नक्शा खड़ा कर दिया है। दिल्ली की ओर जाने वाली सड़क पर भारत का नक्शा करीब दस दिनों से कारीगर तैयार कर रहे थे। इसके लगने से हर किसी के लिए वह आर्कषण का केंद्र बन गया है। प्रदर्शन को दूर-दूर से देखने आने वाले लोग इस नक्शे के सामने खड़े होकर फोटो खींचवा रहे हैं।
शाहीन बाग में खुद को सबसे अलग दिखाने की होड़ ऐसे मची है कि हर कोई कड़ाके की ठंड में भी अपने मासूम बच्चों को तिरंगे की वेशभूषा में तैयार कर ला रहा है। प्रदर्शन में कार के ऊपर खड़ी एक चार साल की बच्ची को तिरंगा हाथों में लिया देखकर हर कोई उसकी तस्वीर अपने मोबाइल में कैद करता नजर आया।