कोरोना वायरस पहुंचा अमेरिका , सिएटल में पहला मामला, डब्ल्यूएचओ ने बुलाई आपात बैठक


चीन में सार्स जैसे नए विषाणु की चपेट में आने से मरने वालों की संख्सा बढ़कर बुधवार को नौ हो गई और अब तक देश में इसके करीब 440 मामले सामने आ चुके हैं। राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग के उपमंत्री ली बिन ने एक संवाददाता सम्मेलन में बताया कि कोरोनावायरस श्वसन तंत्र के जरिए फैलता है और इससे ‘‘वायरल म्यूटेशन’ होने तथा रोग के और फैलने की आंशका बनी है। इस बीच, अमेरिका ने देश में इस विषाणु के पहले मामले की पुष्टि कर दी है।


 

अमेरिका ने अपने यहां सिएटल में इससे संबंधित पहला मामला सामने आने की घोषणा की है। वहीं, विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए आज बैठक बुलाई है।

अमेरिकी स्वास्थ्य अधिकारियों ने मंगलवार को बताया कि चीन में फैले नए वायरस से जुड़ा एक मामला सामने आया है। संघीय एवं राज्य अधिकारियों ने बताया कि पीड़ित की उम्र 30 से 35 साल के बीच है और वह वुहान से अमेरिका आया है।


हालांकि पीड़ित वुहान के सीफूड बाजार में नहीं गया था, जो कि इन दिनों कोरोना वायरस का केंद्र बना हुआ है। उन्होंने बताया कि व्यक्ति को एहतियात के तौर पर अस्पताल में भर्ती किया गया है। बता दें कि यह कोरोना वायरस चीन के वुहान शहर से शुरू होकर अब चीन से बाहर भी पहुंच रहा है। 

हवाई अड्डों पर स्वास्थ्य जांच को और प्रभावी बनाया


अमेरिकी रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र के अधिकारियों ने कहा कि नए वायरस से जुड़ा मामला सामने आने के बाद चीन के वुहान से हवाई जहाज से अमेरिका आने वाले यात्रियों की स्वास्थ्य जांच को और अधिक प्रभावी ढंग से अंजाम दिया जाएगा। अधिकारियों के मुताबिक वायरस से पीड़ित शख्स को वॉशिंगटन में क्षेत्रीय चिकित्सा केंद्र में रखा गया है।

पीड़ित वॉशिंगटन के स्नोहोमिश काउंटी का रहने वाला है। पीड़ित 15 जनवरी को सिएटल में टैकोमा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतरा था। इससे पहले नए वायरस को लेकर हवाई अड्डों पर कोई जांच शुरू नहीं हुई थी। उसे 19 जनवरी को चिकित्सा केंद्र में ले जाया गया।

इस बात की जांच कर रहे अधिकारी


अमेरिकी अधिकारी अब इस बात की जांच कर रहे हैं कि पीड़ित चीन से अमेरिका तक के अपने सफर के दौरान किन-किन लोगों के संपर्क में रहा। क्या पीड़ित के कारण इस वायरस से कोई अन्य यात्री संक्रमित हुआ?


हालांकि पीड़ित वुहान के सीफूड बाजार में नहीं गया था, जो कि इन दिनों कोरोना वायरस का केंद्र बना हुआ है। उन्होंने बताया कि व्यक्ति को एहतियात के तौर पर अस्पताल में भर्ती किया गया है। बता दें कि यह कोरोना वायरस चीन के वुहान शहर से शुरू होकर अब चीन से बाहर भी पहुंच रहा है। 

हवाई अड्डों पर स्वास्थ्य जांच को और प्रभावी बनाया


अमेरिकी रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र के अधिकारियों ने कहा कि नए वायरस से जुड़ा मामला सामने आने के बाद चीन के वुहान से हवाई जहाज से अमेरिका आने वाले यात्रियों की स्वास्थ्य जांच को और अधिक प्रभावी ढंग से अंजाम दिया जाएगा। अधिकारियों के मुताबिक वायरस से पीड़ित शख्स को वॉशिंगटन में क्षेत्रीय चिकित्सा केंद्र में रखा गया है।

पीड़ित वॉशिंगटन के स्नोहोमिश काउंटी का रहने वाला है। पीड़ित 15 जनवरी को सिएटल में टैकोमा अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उतरा था। इससे पहले नए वायरस को लेकर हवाई अड्डों पर कोई जांच शुरू नहीं हुई थी। उसे 19 जनवरी को चिकित्सा केंद्र में ले जाया गया।


संक्रमण का स्रोत नहीं खोजा गया



चीनी राजकीय चिकित्सा और स्वास्थ्य आयोग कोरोना वायरस संक्रमित न्यूमोनिया महामारी की रोकथाम के बारे में जानकारी दी कि मौजूदा महामारी की रोकथाम संभव है और उसका नियंत्रण भी किया जा सकता है। लेकिन नये वायरस के संक्रमण का स्रोत अभी तक खोजा नहीं गया है और संक्रमण के माध्यमों का पूरा पता नहीं चला है। इसलिए वायरस के म्यूटेशन पर कड़ी नजर रखने की सख्त जरूरत है।


इस बात की जांच कर रहे अधिकारी


अमेरिकी अधिकारी अब इस बात की जांच कर रहे हैं कि पीड़ित चीन से अमेरिका तक के अपने सफर के दौरान किन-किन लोगों के संपर्क में रहा। क्या पीड़ित के कारण इस वायरस से कोई अन्य यात्री संक्रमित हुआ?


इंसान से इंसान में फैल रहे वायरस से चीन में छह मरे



रहस्यमय कोरोना वायरस चीन में इंसान से इंसान के बीच फैल रहा है। वहां इससे अब तक छह मौतें हो चुकी हैं। वहीं देश भर में इस वायरस से पीड़ित लोगों की संख्या 300 के पार होने के बाद देश भर में अलर्ट जारी किया गया है।

डब्ल्यूएचओ ने बुलाई आपात बैठक


यह वायरस वुहान के बाद बीजिंग समेत अन्य चीनी शहरों में फैला है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने इस पर आज आपात बैठक बुला ली है। चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने इस संकट पर दिए अपने पहले बयान में कहा ‘वुहान एवं अन्य जगहों पर फैले नए कोरोना वायरस निमोनिया को गंभीरता से लेना है।'

चीन में विशेषज्ञ दल के प्रमुख ने सरकार से अपील की है कि वह इस वायरस पर काबू पाने के लिए हरसंभव कोशिश करे। जिनेवा से मिली जानकारी के मुताबिक, डब्ल्यूएचओ अपनी बैठक में तय करेगा कि कोरोना वायरस से फैल रही बीमारी को अंतरराष्ट्रीय स्वास्थ्य आपातकाल घोषित करने की जरूरत है या नहीं।

वुहान चिकित्सा और स्वास्थ्य आयोग इस मामले में सतर्क हो चुका है और हर इलाके में वायरस से पीड़ित लोगों की पहचान के लिए निर्देश दिए हैं। अभी तक छह की मौत हो गई और अन्य 25 लोगों को अस्पताल से छुट्टी मिल गई है। लेकिन 900 से अधिक लोगों को चिकित्सकीय निगरानी में रखा गया है।



भारत के 7 एयरपोर्ट पर होगी थर्मल स्क्रीनिंग



कोरोनावायरस को लेकर सतर्कता बरतते हुए तमाम देशों की तरह भारत ने भी अपने हवाई अड्डों पर जांच के इंतजाम करने शुरू कर दिए हैं। दिल्ली, मुंबई और कोलकाता समेत देश के सात हवाई अड्डों पर चीन से आने वाले यात्रियों की जांच के लिए विशेष व्यवस्था की गई है। जांच की सुविधा चेन्नई, बेंगलुरु, हैदराबाद और कोचीन में भी उपलब्ध होगी।

इन एयरपोर्ट पर थर्मल स्क्रीनिंग के जरिए यात्रियों की जांच हो रही है। एक बयान के मुताबिक हांगकांग समेत चीन से आने वाली उड़ानों के अंदर घोषणा की जा रही है कि बुखार या सर्दी के लक्षण से ग्रस्त कोई यात्री और ऐसा कोई यात्री जो बीते 14 दिनों के अंदर वुहान की यात्रा पर गया हो वह एयरपोर्ट पर पहुंच तुरंत इसकी जानकारी दे।