पुलिस भर्ती लिखित परीक्षा के फर्जीवाड़े के मुख्य आरोपी बिक्रम चौधरी का सहारा लेकर अभी तक 12 लोग सरकारी क्षेत्र में सेवाएं दे रहे हैं। बिक्रम ने पैसे लेकर फर्जी तरीके से पुलिस कांस्टेबल, जेल वार्डर और हिमाचल पथ परिवहन निगम की कंडक्टरों की हुई लिखित परीक्षा में युवाओं को पास करवाया है। इस दौरान जहां कुछ सॉल्वरों का सहारा लिया गया है, वहीं हाईटेक तकनीक के माध्यम से भी युवाओं को पास करवाने में बिक्रम ने मदद की है।
यह खुलासा बिक्रम चौधरी ने पुलिस पूछताछ के दौरान किया है। वहीं अब कांगड़ा पुलिस ने बिक्रम की ओर से बताए गए नामों की लिस्ट संबंधित विभागों को दे दी गई है, जबकि फर्जी तरीके से लिखित परीक्षा पास कर पुलिस विभाग में सेवाएं दे रहे कर्मियों पर पुलिस विभाग कार्रवाई करने के मूड में है। पुलिस बिक्रम की ओर से बताए गए युवाओं की दस्तावेजों की जांच-पड़ताल कर रही है।
कांगड़ा में फैला था बिक्रम का जाल
पुलिस भर्ती लिखित परीक्षा फर्जीवाड़े के मुख्य आरोपी ने पुलिस विभाग, एचआरटीसी कंडक्टर और जेल वार्डर की लिखित परीक्षा में अपनी संलिप्ता स्वीकार की है। बिक्रम ने अभी तक 12 लोगों के नामों को उजागर किया है।
पुलिस ने इन लोगों की सूची बनाकर संबंधित विभागों को आगामी कार्रवाई के लिए सौंप दी है। वहीं पुलिस विभाग में फर्जी तरीके से भर्ती हुए कर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। - विमुक्त रंजन, एसपी, कांगड़ा