उद्धव ठाकरे रामलला के करेंगे दर्शन ,सात मार्च को जाएंगे अयोध्या


महाराष्ट्र के मुंबई उद्धव ठाकरे 7 मार्च को अयोध्या जाएंगे और रामलला के दर्शन करेंगे. इसके अलावा वो सरयू नदी के घाट पर भी जाएंगे. इससे पहले शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा था कि महाराष्ट्र सरकार के 100 दिन पूरा होने के मौके पर उद्धव ठाकरे अयोध्या जाएंगे.


राउत ने ट्वीट किया था, 'चलो अयोध्या! मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे सत्ता में 100 दिन पूरे होने पर अयोध्या जाएंगे.' इसी सिलसिले में उद्धव ठाकरे के अयोध्या दौरे के कार्यक्रम की घोषणा की गई है. संजय राउत ने कहा था कि सरकार अपना काम कर रही है और भगवान राम की कृपा से पूरे 5 साल चलेगी. सत्ता में 100 दिन पूरे होने पर उद्धव ठाकरे अयोध्या जाएंगे और भगवान राम का आशीर्वाद लेंगे.


शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि उद्धव ठाकरे के इस कार्यक्रम को राजनीति से जोड़कर नहीं देखा जाना चाहिए. ये हमारी आस्था से जुड़ा मसला है और इस दिन महाराष्ट्र व देशभर से जुड़े शिवसेना के कार्यकर्ता महाराष्ट्र आएंगे. इससे पहले जून 2019 में उद्धव ठाकरे अयोध्या गए थे और भगवान राम की पूजा अर्चना की थी. उनके साथ शिवसेना के 18 सांसद भी अयोध्या गए थे.


महाराष्ट्र में शिवसेना का बीजेपी और एनडीए से गठबंधन टूटने के बाद सेना प्रमुख उद्धव ठाकरे की यह पहली अयोध्या यात्रा होगी. पिछले साल अक्टूबर में पद की साझेदारी को लेकर दोनों पार्टियां एक-दूसरे से अलग हो गई थीं. उद्धव ठाकरे 24 नवंबर को ही अयोध्या जाने वाले थे लेकिन राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) की ओर से महाराष्ट्र में एक वैकल्पिक सरकार बनाए जाने के बाद इसे रोक दिया. देवेंद्र फडणवीस ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी और अजीत पवार उपमुख्यमंत्री बनाए गए थे.इस घटना के बाद शिवसेना ने एनसीपी और कांग्रेस के साथ हाथ मिला लिया और उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में महा विकास अघाड़ी की सरकार बनी. उद्धव ठाकरे ने 28 नवंबर को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली.


महाराष्ट्र में शिवसेना का बीजेपी और एनडीए से गठबंधन टूटने के बाद उद्धव ठाकरे की यह पहली अयोध्या यात्रा होगी. पिछले साल अक्टूबर में पद की साझेदारी को लेकर दोनों पार्टियां एक-दूसरे से अलग हो गई थीं. उद्धव ठाकरे 24 नवंबर को ही अयोध्या जाने वाले थे, लेकिन एनसीपी द्वारा महाराष्ट्र में वैकल्पिक सरकार बनाए जाने के बाद इसको रोक दिया गया था. देवेंद्र फडणवीस ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी और अजीत पवार उपमुख्यमंत्री बनाए गए थे.