250 लोगों को कोरोना वायरस पर अफवाह फैलाने के आरोप में भेज दिया जेल


कोरोना वायरस (Coronavirus) की वजह से पूरी दुनिया में अब तक 17,388 लोग संक्रमित हो चुके हैं. इसमें से 17,205 लोग सिर्फ चीन से हैं. इस बीमारी ने सार्स (SARS) से पीड़ित लोगों की संख्या को पीछे छोड़ दिया है. कोरोना वायरस (Coronavirus) से अब तक 362 लोगों की मौत हो चुकी है. इसमें से अकेले चीन में 231 लोग मारे गए हैं.


चीन में कोरोना वायरस (Coronavirus) से पीड़ित लोगों में से 344 लोग अत्यधिक रूप से गंभीर हैं. जबकि, 980 लोग गंभीर हालत में हैं. ऐसी हालात में जब चीन के कई शहर पूरी तरह से बंद हैं. लोग कोरोना वायरस (Coronavirus) को लेकर कई तरह की बातें कर रहे हैं.


अफवाहों पर रोकथाम के लिए चीन का कड़ा कदम


कई तरह की अफवाहें भी फैल रहीं हैं. सोशल मीडिया पर लोग अलग-अलग तरह की बातें करके डर का माहौल बना रहे थे. तब चीन की सरकार ने कड़ा कदम उठाते हुए देश अपने 250 लोगों को गिरफ्तार करके जेल में डाल दिया है.


 


अलग-अलग तरह की अफवाहें, जिन्हें रोका गया


लोग सोशल मीडिया पर अफवाह फैला रहे थे कि सिरका (Vinegar) पीने से कोरोना वायरस (Coronavirus) का असर नहीं होगा. कुछ लोग कह रहे हैं कि सकारात्मक रहो कुछ नहीं होगा. कुछ लोग कह रहे हैं कि कैफीन मत पियो इससे खतरा बढ़ सकता है. ऐसी अफवाहों से परेशान चीन की सरकार ने सोशल मीडिया पर निगरानी रखी और 250 लोगों को जेल में डाल दिया.



लोगों ने तो चीन के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर ये भी अफवाहें उड़ा दी थी कि कई एयरपोर्ट बंद हो गए हैं. विमानों में दवाओं का छिड़काव हो रहा है. अस्पताल से बीमार लोग सड़कों पर भाग रहे हैं. साथ ही कुछ लोगों ने तो यहां तक कह डाला कि चीन में किसी जैविक हथियारों (Bio-Weapon) का उपयोग किया है.


अब उठ रही है मानव अधिकारों को लेकर आवाज


चीन की गैर-सरकारी संस्थाएं और मानव अधिकारों के लिए काम कर रहे लोगों ने अब चीन के इस कड़े फैसले का विरोध किया है. ये लोग कह रहे हैं कि जब ये अफवाहें फैलनी शुरू हुई तब किसी को इस बीमारी की जानकारी नहीं थी. लेकिन अब है.


इन संस्थानों का कहना है कि जब लोग डरे हुए होते हैं तो वो कई तरह की जानकारियों के पीछे भागते हैं. ऐसे में अलग-अलग तरह की बातें फैलती हैं. इसलिए चीन की सरकार को अब उन लोगों को छोड़ देना चाहिए. क्योंकि डर की वजह से लोग कई बार गलत काम कर लेते हैं.