भारत पाक में छिपे आतंकियों को ईरानी कमांडर को मार गिराने वाले हथियार से बनाऐगा निशाना बनाएगा


 

अमेरिका ने जिस ड्रोन तकनीक से ईरान के सैन्य कमांडर को मार गिराया था, भारत उसे खरीदने का इच्छुक दिख रहा है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के भारत दौरे से पहले केंद्र सरकार के सूत्रों ने यह जानकारी दी है। 
 

अमेरिका ने पिछले महीने ईरान के सैन्य कमांडर कासिम सुलेमानी को खास ड्रोन तकनीक के माध्यम से ही मार गिराया था। केंद्र सरकार के एक शीर्ष अधिकारी ने कहा, 'हम उस तकनीक को खरीदने में काफी ज्यादा इच्छुक हैं, जिसका इस्तेमाल कर अमेरिका ने ईरान के सैन्य कमांडर को मार गिराया था। यह ड्रोन बहुत ही शांत तरीके से आया और सटीकता के साथ मिसाइल हमला किया।'
 

याद रहे कि 3 जनवरी को ईरानी सेना के कमांडर मेजर जनरल कासिम सुलेमानी को बगदाद में अमेरिकी सेना ने ड्रोन हमले की मदद से मार गिराया था। सूत्रों ने बताया कि यह तकनीक पाकिस्तान समेत अन्य देशों में छिपे आतंकियों पर निशाना साधने में मदद करेगी। जरूरत पड़ने पर इस ड्रोन तकनीक की मदद से खास ऑपरेशन भी चलाए जा सकते हैं। 

मुंबई हमले के साजिशकर्ता हाफिज सईद समेत कई आतंकी पाकिस्तान में छिपे बैठे हैं। इनमें से बहुत से भारत में वांछित हैं, लेकिन पाक इन पर कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है। हाफिज सईद के अलावा जैश ए मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर जैसे आतंकी पाक में खुलेआम घूम रहे हैं। ये लोग पाक सेना के साथ मिलकर लगातार भारत के खिलाफ साजिश रचने में लगे हुए हैं। 

सूत्रों ने बताया कि भारत ने इस तकनीक को लेकर रुचि दिखाई है और अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप की भारत यात्रा के दौरान इस पर चर्चा हो सकती है। डोनाल्ड ट्रंप 24 से 25 फरवरी के बीच दो दिन के लिए भारत आने वाले हैं। 

वर्ष 2009 में ओसामा बिन लादेन को मार गिराने के लिए अमेरिकी नौसेना की स्पेशल फोर्स ने विशेष हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल करते हुए लक्ष्य पर निशाना साधा था। भारत इस जासूसी ड्रोन को भी खरीदने का इच्छुक है। लेकिन यह ड्रोन उतना प्रभावी नहीं है, जितना ईरान के सैन्य कमांडर को मार गिराने के लिए इस्तेमाल किया गया था।