ज्यादा खुश रहते है लोग रोजाना कसरत करने से, मानसिक सेहत भी होती है बेहतर


स्वस्थ तन और मन के लिए नियमित व्यायाम जरूरी है। इससे सेहत संबंधी कई समस्याओं से बचाव भी हो सकता है। अब एक नए अध्ययन में पाया गया कि कसरत करने से खुशी मिलती है। नतीजन मानसिक सेहत भी बेहतर हो सकती है।


ऑक्सफोर्ड और येल विश्वविद्यालयों के शोधकर्ताओं के अनुसार, रोजाना कसरत करने वाले व्यक्ति उन लोगों की तुलना में ज्यादा खुश रहते हैं, जो व्यायाम नहीं करते हैं। यह निष्कर्ष करीब 12 लाख लोगों पर किए गए एक सर्वे के आधार पर निकाला गया है। अध्ययन में यह भी पाया गया कि हफ्ते में तीन बार 30 से 60 मिनट तक के व्यायाम का खुशी के स्तर पर असर पड़ता है। 


 

खुशी के स्तर पर आय का भी असर पाया गया है। ज्यादा आमदनी पाने वाले लोग भी उतना ही खुश हो सकते हैं, जितना कसरत करने वाला व्यक्ति खुश होता है। शोधकर्ताओं ने कहा कि कसरत करने से न सिर्फ मानसिक स्वास्थ को लाभ मिलता है बल्कि इससे हमारा संपूर्ण शरीर तंदुरुस्त रहता है और बीमारियां भी आसानी शरीर को नहीं जकड़ती हैं। 


 

मस्तिष्क में होने वाले खास बदलाव से हो सकता है ध्यान का संबंध


एक दूसरे  अध्ययन से पता चला है कि मेडिटेशन (ध्यान) से लोग आमतौर पर सेहतमंद महसूस करते हैं। ध्यान लगाने के इस अभ्यास का संबंध मस्तिष्क में खास बदलाव से हो सकता है। ब्रेन एंड काग्निशन जर्नल में प्रकाशित अध्ययन के अनुसार, ट्रांसेंडेंटल मेडिटेशन (टीएम) विधि के प्रभाव को परखा गया। इस विधि में आंखें बंदकर ध्यान लगाकर बैठा जाता है और लंबी सांसें ली जाती हैं।


 

इस अध्ययन के लिए इटली के आइएमटी स्कूल फॉर एडवांस्ड स्टडीज के शोधकर्ताओें ने 34 स्वस्थ प्रतिभागियों का चयन किया था। इन्हें दो समूहों में बांटा गया था और एक समूह को रोजाना सुबह और शाम 20-20 मिनट टीएम करने को कहा गया था। टीएम नहीं करने वाले दूसरे समूह में कोई बदलाव नहीं पाया गया। जबकि टीएम करने वाले प्रतिभागियों के मस्तिष्क में बदलाव से से जुड़े तनाव और व्यग्रता के स्तर में कमी पाई गई गई।