कांग्रेस ने डॉनल्ड ट्रंप के उनके स्वागत में 70 लाख भारतीयों के जुटने के दावे को लेकर सरकार पर हमला बोला
अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के भारत दौरे से पहले सियासत शुरू हो गई है। कांग्रेस ने डॉनल्ड ट्रंप के उनके स्वागत में 70 लाख भारतीयों के जुटने के दावे को लेकर सरकार पर हमला बोला है। कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने सवाल उठाते हुए कहा कि क्या ट्रंप भगवान राम हैं, जो उनके स्वागत में 70 लाख लोग जुटेंगे। गौरतलब है कि ट्रंप ने अपने भारत दौरे का जिक्र करते हुए कहा था कि पीएम मोदी से उनसे कहा है कि उनसे स्वागत के लिए एयरपोर्ट से लेकर गुजरात के मोटेरा स्टेडियम तक 70 लाख लोग जुटेंगे।
लोकसभा में कांग्रेस संसदीय दल के नेता अधीर ने कहा कि ट्रंप के स्वागत में इतने सारे भारतीयों को क्यों जुटना चाहिए। उन्होंने कहा, 'ट्रंप क्या भगवान राम हैं? वह बस अमेरिका के राष्ट्रपति हैं। फिर उनके लिए 70 लाख लोगों को खड़ा करने की क्या जरूरत है? हम हिंदुस्तान के लोग उनकी पूजा करने के लिए खडे़ नहीं होंगे।'
अधीर रंजन ने कहा कि ट्रंप अपने फायदे के लिए भारत आर रहे हैं। भारत दौरे के दौरान ट्रेड डील न करने वाले बयान को लेकर भी उन्होंने अमेरिका पर हमला बोला। अधीर ने कहा, 'ट्रंप आ रहे हैं, लेकिन वह ट्रेड डील नहीं करना चाहते हैं। वह अमेरिकी उद्योगों के लिए संरक्षण बरकरार रखना चाहते हैं। मतलब वह अमेरिका के बाजार में हमें जाने नहीं देना चाहते हैं। वह ऐलान कर रहे हैं कि भारत विकसित हो गया है।'
अधीर रंजन ने कहा कि ट्रंप अपने फायदे के लिए भारत आर रहे हैं। भारत दौरे के दौरान ट्रेड डील न करने वाले बयान को लेकर भी उन्होंने अमेरिका पर हमला बोला। अधीर ने कहा, 'ट्रंप आ रहे हैं, लेकिन वह ट्रेड डील नहीं करना चाहते हैं। वह अमेरिकी उद्योगों के लिए संरक्षण बरकरार रखना चाहते हैं। मतलब वह अमेरिका के बाजार में हमें जाने नहीं देना चाहते हैं। वह ऐलान कर रहे हैं कि भारत विकसित हो गया है।'
"ट्रंप क्या भगवान राम हैं? वह बस अमेरिका के राष्ट्रपति हैं। फिर उनके लिए 70 लाख लोगों को खड़ा करने की क्या जरूरत है? हम हिंदुस्तान के लोग उनकी पूजा करने के लिए खडे़ नहीं होंगे।"-अधीर रंजन चौधरी, कांग्रेस सांसद
कांग्रेस नेता ने कहा कि हिंदुस्तान में प्रति व्यक्ति आय 2 हजार डॉलर है, जबकि अमेरिका में यह 60 हजार डॉलर है। ऐसे में हम विकसित देश कैसे हो गए। दरअसल यह ट्रंप की अमेरिका फर्स्ट की पॉलिसी है, जिसके तहत वह बस अपना धंधा चमकाना चाहता है।