मशहूर मेकअप कलाकार पंढरी जुकर का सोमवार को मुंबई में निधन


नरगिस से लेकर करीना कपूर तक और दिलीप कुमार से लेकर शाहरुख खान तक का मेकअप करने वाले हिंदी फिल्म जगत के मशहूर मेकअप कलाकार पंढरी जुकर का सोमवार को मुंबई में निधन हो गया। देश की आजादी के दिनों में फिल्म इंडस्ट्री में बिना परिवार की मर्जी के मेकअप की दुनिया में आए पंढरी जुकर को लोग पंढरी दादा के नाम से जानते रहे हैं। 88 साल के पंढरी दादा ने अपने जीवन के साठ साल हिंदी सिनेमा को दिए।


यशराज फिल्म्स की स्थापना करने वाले मशहूर निर्माता निर्देशक यश चोपड़ा ने अपने निधन से पूर्व एक बातचीत में कहा था, “किसी चेहरे को परदे पर चमकाने का काम मेकअप नहीं होता। मेकअप वह होता है जो किसी शख्स के मन की सुंदरता को उसके चेहरे पर दिखा सके और ऐसा काम ब्लैक एंड व्हाइट फिल्मों से लेकर रंगीन सिनेमा तक कोई कामयाबी से कर सका तो वह पंढरी दादा हैं।”


यश चोपड़ा और पंढरी दादा का रिश्ता दशकों तक चला। वह भी यश चोपड़ा की काफी कद्र किया करते थे। बीबीसी के एक इंटरव्यू में पंढरी जुकर कहते हैं, "चांदनी, दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे, सिलसिला, यश चोपड़ा की सभी फिल्मों से लेकर, सभी कलाकारों को खूबसूरत बनाया। श्रीदेवी को तैयार करने में काफी समय लगता था क्योंकि उनकी आंखों के मेकअप से लेकर हर चीज पर ध्यान देते थे और श्रीदेवी भी कभी जल्दबाजी नहीं करती थीं।"


यही वह दमदार कलाकार भी रहे जिन्होंने सुभाष घई से माधुरी दीक्षित को उनकी फिल्म कर्मा में लेने की सिफारिश की और तब सुभाष घई ने इससे इंकार कर दिया था। बाद में, पंढरी दादा के मेकअप का कमाल देखने के बाद सुभाष घई खुद माधुरी दीक्षित को साइन करने उनके घर तक गए। मीना कुमारी से लेकर मधु बाला, दिलीप कुमार, राज कपूर, देव आनंद, राजेश खन्ना, अमिताभ बच्चन, शाहरुख खान, आमिर खान और करीना कपूर तक का मेकअप करने वाले पंढरी दादा का सबसे मशहूर किस्सा अमिताभ बच्चन से जुड़ा है।


उन दिनों अमिताभ बच्चन की पहली फिल्म सात हिंदुस्तानी की शूटिंग गोवा में चल रही थी और फिल्म के किरदार के हिसाब से अमिताभ को दाढ़ी लगानी थी। एक दिन अमिताभ का मेकअप होने के बाद पंढरी को अचानक मुंबई लौटना पड़ा। अमिताभ ने पंढरी दादा के लौटने तक इसी गेटअप में शूटिंग की और चेहरा का मेकअप बनाए रखने के लिए ना मुंह धोया ना ठीक से कुल्ला ही किया।