रेनेसां में लखनऊ नगर निगम एवं लखनऊ स्मार्ट सिटी लिमिटेड एवं इलेट्स टेक्नोमीडिया प्राइवेट लिमिटेड के संयुक्त सहयोग से नेशनल लिवेबिलिटी समिट का आयोजन


 गोमतीनगर स्थित होटल रेनेसां में लखनऊ नगर निगम एवं लखनऊ स्मार्ट सिटी लिमिटेड एवं इलेट्स टेक्नोमीडिया प्राइवेट लिमिटेड के संयुक्त सहयोग से नेशनल लिवेबिलिटी समिट का आयोजन किया। कार्यक्रम का शुभारम्भ मुख्य अतिथि लखनऊ की महापौर श्रीमती संयुक्ता भाटिया द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया। कार्यक्रम में महापौर श्रीमती संयुक्ता भाटिया के साथ लखनऊ के मण्डलायुक्त श्री मुकेश मेश्राम, यूपी 112 के अतिरिक्त महानिदेशक श्री असीम अरुण, वूमेन पावर लाइन 1090 की अतिरिक्त महानिदेशक श्रीमती अंजू गुप्ता, उत्तर प्रदेश राज्य परिवहन निगम के प्रबंध निदेशक डॉ राजशेखर, त्रिपुरा राज्य औद्योगिक विकास निगम के चेयरमैन श्री टिंकू रॉय, लखनऊ नगर निगम के नगर आयुक्त डॉ इंद्रमणि त्रिपाठी एवं लखनऊ स्मार्ट सिटी लिमिटेड के महाप्रबंधक श्री एस.एफ.ए. फरीद जैदी व अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।

महापौर ने अपने उद्बोधन में कहा कि लखनऊ को स्वच्छ, सुंदर, सुव्यवस्थित, सुरक्षित एवं स्मार्ट सिटी बनाने के लिए तेजी से कार्य किये जा रहे हैं। मेट्रो, इलेक्ट्रिक बसों, स्मार्ट बस शेल्टर, पिंक टॉयलेट, वेंडिंग जोन, स्मार्ट टॉयलेट्स, पार्कों के सौंदर्यीकरण, अर्बन फॉरेस्ट, उच्च स्वास्थ्य सुविधाओं आदि के माध्यम से शहर को और अधिक रहने योग्य बनाया जा रहा है। तेजी से बढ़ती हुई आयतित जनसंख्या इसको बल प्रदान कर रही है। प्रदेश के विभिन्न शहरों से लोग लखनऊ की ओर आकर्षित हो रहे हैं। लखनऊ नगर निगम अपने संसाधनों द्वारा निरन्तर आगे बढ़ रहा है।

महापौर संयुक्ता भाटिया ने लखनऊ शहर दिन प्रतिदिन विकास के पथ पर आगे बढ़ रहा है। प्रधानमंत्री जी और मुख्यमंत्री जी की परिकल्पना के मुतबिक शहर को स्मार्ट सिटी बनाने के लिए जनता की सहभागिता और उनमें जागरूकता की महती आवश्यकता है। उन्होने शहर की ट्रैफिक व्यवस्था में आमूल चूल परिवर्तन और महिलाओं की सुरक्षा के लिए चलायी जा रही हेल्पलाइन 1090 की तारीफ की। उन्होने कहा कि जिस तेजी से लखनऊ में विकास कार्य चल रहे हैं। शहर जल्द ही लिवेबिलिटी इंडेक्स पर अव्वल स्थान पर होगा।

नगर आयुक्त डॉ इंद्रमणि त्रिपाठी ने स्वागत भाषण में कार्यक्रम के उद्देश्य के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने बताया कि कैसे हम विभिन्न मानकों एवं संकेतकों जैसे स्थायित्व, स्वास्थ्य, शिक्षा, आधारिक संरचना, संस्कृति एवं पर्यावरण जैसे कारकों को दृष्टिगत करते हुए अपने शहर को रहने योग्य शहरों की श्रेणी में अग्रिम स्थान की ओर ले जा सकते हैं।

उत्तर प्रदेश राज्य परिवहन निगम के प्रबंध निदेशक डॉ. राजशेखर ने बताया कि शहर में यातायात के सुचारू रूप से संचालित होने के लिए आवश्यक है कि लोग अधिक से अधिक पब्लिक ट्रांसपोर्ट का इस्तेमाल करें जिससे सड़कों पर दबाव कम रहें। इसके लिए जन-जागरूकता के साथ-साथ पब्लिक ट्रांसपोर्ट की उपलब्धता को और अधिक सुगम और सशक्त बनाना होगा।

मंडलायुक्त श्री मुकेश मेश्राम ने बताया कि लखनऊ के बारे में बाहर से आने वाले लोगों की सोच बदलने लगी है। पुराने लखनऊ की एतिहासिक धरोहरों के अलावा यहाँ विकसित किये गये गोमती रिवर फ्रंट, यूपी पुलिस 112, अम्बेडकर पार्क, जनेश्वर मिश्र पार्क आदि प्रोजेक्ट्स शहर की खूबसूरती की बानगी पेश करते हैं। जेपी एनआईसी बिल्डिंग के टॉप फ्लोर पर बना हेलीपैड भी एक ऐसा ही प्रोजेक्ट है। हेल्थ, एजुकेशन के अलावा शिक्षा के बड़े संस्थान भी लखनऊ में हैं। लिवेबिलिटी के स्तर को सुधारने के लिए सीनियर सिटीजन के लिए शहर के सभी 110 वार्ड में हेल्थ एटीएम स्थापित करने चाहिये। उन्होनें बताया कि निगम द्वारा शहर में दिव्यांग फ्रेंडली पार्क बनाने एवं जिम विकसित करने की योजना प्रगति पर है।

मंडलायुक्त मुकेश मेश्राम ने बताया कि लखनऊ स्मार्ट सिटी में चयनित शहरों में से एक है और डिफेन्स एक्सपो, इन्वेस्टर्स समिट जैसे वैश्विक कार्यक्रमों में आने वाले विदेशी एवं देशी प्रतिभागियों ने भी लखनऊ की प्रशंसा की है। आज मीडियम साइज सिटी की प्रतिस्पर्धा में अहमदाबाद, सूरत और पुणे को टक्कर देने की स्थिति में है और रहने योग्य शहर के उच्च मानकों को पूरा करने की दिशा में प्रयासरत है। स्वास्थ्य के क्षेत्र में सरकारी संस्थानों के साथ ही निजी क्षेत्र की भी नामी गिरामी संस्थाएं लखनऊ की ओर रुख कर रही हैं। पब्लिक टांसपोर्ट के साथ-साथ ओला, उबेर, लखनऊ मेट्रो ने यातायात को सुगम बनाया है। पर्यावरण के क्षेत्र में ग्रीन लङ्गस, अर्बन फारेस्ट की अवधारणा को साकार किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि जल्द ही ‘स्मार्ट लखनऊ’ एप की भी शुरुआत की जाएगी जिसमें विभिन्न विभागों की जानकारियों एवं उनके द्वारा प्रदत्त सुविधाओं को साझा किया जाएगा। साथ ही मूलभूत सुविधाओं में इजाफा, जागरूकता कार्यक्रम के साथ ही नागरिको से सुझाव भी आमंत्रित किये जायेंगे जिससे स्मार्ट सिटीजन ऑफ स्मार्ट सिटी की संकल्पना को फलीभूत किया जा सके।

उत्तर प्रदेश पुलिस की अपर पुलिस महानिदेशक (1090) श्रीमती अंजू गुप्ता ने सेफ सिटी और स्मार्ट सिटी में फर्क बताया और महिलाओं की सुरक्षा के लिए निर्भया फण्ड पर विस्तार से जानकारी दी। वूमेन पावर लाइन 1090 की अतिरिक्त महानिदेशक ने बताया कि शहर कितना रहने योग्य है? यह इस बात पर निर्भर करता है कि विशेष तौर पर महिलाएं एवं बच्चियां कितनी सुरक्षित हैं। महिला सुरक्षा एक गम्भीर विषय है और इनको लेकर निरन्तर प्रयास किये जा रहे है। महिलाओं को आत्मरक्षा के प्रशिक्षण के साथ-साथ पब्लिक ट्रांसपोर्ट में पैनिक बटन, एवं जीपीएस की सुविधा उपलब्ध हो। साथ ही केंद्रीयकृत कंट्रोल सेन्टर के माध्यम से पब्लिक ट्रांसपोर्ट पर नजर भी रखी जाए। उन्होंने बताया कि जल्द ही पिंक पेट्रोलिंग व्हीकल्स का समावेश किया जाएगा जिसमें 10 चार पहिया वाहनों एवं 100 दो पहिया वाहनों के साथ ‘‘वीमेन फॉर वीमेन हेल्प’’ को धरातल पर उतारा जाएगा जिससे लड़कियों एवं महिलाओं को शिकायत करने में झिझक न हो और वे खुल कर अपनी बात कह सकें।

पुलिस महानिदेशक यूपी 112 श्री असीम अरुण ने सूबे के इमरजेंसी रेस्पोंस सिस्टम को यूजर फ्रेंडली बताया। विभाग में आईओटी (IoT) और इंटीग्रेशन का प्रयोग करके शहर में निवासरत सभी वर्गों को आपात सेवाओं का लाभ देना प्राथमिकता है। स्टूडेंट्स द्वारा परीक्षा के समय शोरगुल की शिकायत पर तुरन्त कार्रवाई की जाती है। यूपी 112 के अतिरिक्त महानिदेशक ने बताया कि शहर को रहने योग्य बनाने में नागरिकों की सुरक्षा एक अहम भूमिका का निर्वहन करता है। अगर शहर में अपराध कम होगा तो लोगों के साथ साथ पर्यटक अधिक से अधिक संख्या में आकर्षित होंगे।


श्री टिंकू रॉय, चेयरमैन, त्रिपुरा इंडस्ट्रियल डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन (राज्य मंत्री दर्जा प्राप्त) ने मोदी सरकार की योजनाओं की तारीफ की और स्मार्ट सिटी में निवास कर रहे निचले तबके के लोगों को समान बुनियादी सुविधाएं दिये जाने पर जोर दिया। उन्होने कहा कि अगरतला, त्रिपुरा जैसी छोटी जगहों को रेल मार्ग से जोड़कर, स्मार्ट सिटी का दर्जा देकर केन्द्र सरकार ने पूर्वोत्तर राज्यों को नई उड़ान दी है। उन्होनें त्रिपुरा की प्राकृतिक सुन्दरता और संसाधनों के निर्यात के बारे में भी जानकारी साझा की।

कार्यक्रम में उद्योग विभाग के विशेष सचिव डॉ राकेश वर्मा, मेरठ नगर निगम के आयुक्त डॉ अरविंद कुमार चैरसिया, स्टेट रेडिओ ऑफिसर (यूपी 112) राघवेंद्र द्विवेदी, नार्थ ईस्ट रेलवे की डीआरएम श्रीमती मोनिका अग्निहोत्री, जल गुरू श्री महेन्द्र मोदी, हाऊसिंग बोर्ड के श्री राजेश मेहतानी, मध्यान्चल विद्युत वितरण निगम के श्री अरविंद सिंह, स्वास्थ्य विभाग के श्री बीके जैन, इन्डस्ट्री एक्सपर्ट श्री सुरेश चन्द्र त्रिपाठी, श्री सय्यद हसीब अराफत, श्री पारितोश जोशी, अमृत मिशन के एडीशनल सीईओ श्री पी.के. श्रीवास्तव एवं ईलेट्स टेक्नोमीडिया के श्री अर्पित गुप्ता ने अपने विचार प्रस्तुत किये।