तनाव घंटों कुर्सी पर बैठे रहने वालों को जल्दी चपेट में लेता है


अगर आप कुर्सी पर ज्यादा देर तक बैठे रहते हैं तो आपको अवसाद होने का जोखिम ज्यादा रहता है। एक नए अध्ययन में इस बात की जानकारी दी गई है। इस अध्ययन में कहा गया है कि 18 साल तक की उम्र के जो किशोर कुर्सी पर घंटों बैठे रहते हैं उनको तनाव होना का खतरा ज्यादा रहता है


इस अध्ययन के लिए 4,200 किशोरों की एक्टिविटी का विश्लेषण किया गया। अध्ययन में 12 साल से लेकर 16 साल तक के किशोरों को शामिल किया गया। इसके बाद उनके मानसिक स्वास्थ्य का पता लगाया गया।
इस अध्ययन के लिए 4,200 किशोरों की एक्टिविटी का विश्लेषण किया गया। अध्ययन में 12 साल से लेकर 16 साल तक के किशोरों को शामिल किया गया। इसके बाद उनके मानसिक स्वास्थ्य का पता लगाया गया।
इस अध्ययन के लिए 4,200 किशोरों की एक्टिविटी का विश्लेषण किया गया। अध्ययन में 12 साल से लेकर 16 साल तक के किशोरों को शामिल किया गया। इसके बाद उनके मानसिक स्वास्थ्य का पता लगाया गया।




लंदन कॉलेज के लेखक आरोन कंडोला का कहना है कि हमारी स्टडी में यह बात निकलकर सामने आई है कि निष्क्रिय बैठे रहने वाले युवाओं को अवसाद जल्द ही अपनी चपेट में लेता है। वहीं, एक्टिव रहने वाले युवाओं का मानसिक स्वास्थ्य ठीक रहता है। उनका कहना है कि किशोरों को ज्यादा देर तक सोफे व कुर्सी में खाली बैठे रहने की जगह किसी न किसी तरह की शारीरिक एक्टिविटी में भाग लेना चाहि




दरअसल, अवसाद एक ऐसी स्थिति है जिसमें इंसान मानसिक तौर पर परेशान हो उठता है। अवसाद सिर्फ कुर्सी पर घंटों बैठे रहने की वजह से ही नहीं बल्कि कई दूसरे कारणों से भी हो सकता है। इनमें अनियमित खानपान और जीवनशैली शामिल है। इसके अलावा काम के तनाव की वजह से भी इंसान तनाव में आता है। रिश्तों में खटास भी तनाव की वजह बनती है।