40 हजार कुत्तों, गाय और बछड़ों को खाने के लाले, बेजुबानों पर इंसानियत दिखाने का वक्त


देश दुनिया की तरह जम्मू में भी कोरोना वायरस का खौफ दिन प्रति दिन बढ़ता जा रहा हैं। पिछले कई दिनों से ढाबों से लेकर खाने पीने की रेहड़ियां, होटल बंद हैं।  सब्जी मंडी तक बंद हैं। सड़कों पर लोगों की भीड़ कम हो गई हैं। ऐसे में जम्मू शहर में आवारा कुत्तों के अलावा गाय और बछड़ों को खाने के लाले भी हो गए हैं।
 

सरकारी आंकड़ों के अनुसार जम्मू शहर में 40 हजार कुत्ते सड़कों पर आवारा घूमते हैं। इसी तरह 250 से 300 गाय, बछड़े और बैल भी हैं। गाय और बछड़े और बैलों को सब्जी मंडी व अन्य स्थलों पर खाने पीने का सामान उपलब्ध हो जाता हैं। वहां पर ज्यादा एकत्रित रहते हैं। वहीं आवारा कुत्तों की बात करें तो वह ढाबों व खाने पीने के सामान की बिक्री वाली रेहड़ियों के आसपास घूमते हैं ताकि और उन्हें वहां से पेट भरने लायक वस्तुएं भी उपलब्ध होती रहती हैं।
 


जानवरों के प्रति लोगों को हमदर्दी दिखाने की जरूरत- नगर निगम



पिछले कुछ दिनों से हालात बदलने से इन बेजुबानों को खाने के लिए वस्तुएं उपलब्ध नहीं हो पा रही हैं। ऐसे में वह रात के समय वाहनों के पीछे इस आशा से भाग रहे हैं कि उन्हें कुछ खाने को मिल जाए।

नगर निगम के वेटरनरी अफसर डॉ. जफर के अनुसार जानवरों के प्रति लोगों को हमदर्दी दिखाने की जरूरत है। लोगों को घर में अगर खाना बचा हो या फिर खासतौर से जानवरों के लिए खाना बनाकर इनको देना चाहिए ताकि बे जुबान जानवरों का भी पेट भरा रहे।

दरअसल अब वक्त जानवरों के प्रति इंसानियत दिखाने का भी आ गया है। उनके अनुसार अगर लोग इस संबंध में इंसानियत नहीं दिखाएंगे तो आवारा जानवरों के हिंसक होने का भी खतरा रहता है।