अधिकतर प्रदर्शनकारी शाहीन बाग मार्ग खोलने के पक्ष में


शाहीन बाग में सीएए और एनआरसी के विरोध में बीते 15 दिसंबर से बंद पड़े सरिता विहार-नोएडा रोड (रोड नंबर-13ए) खोलने को लेकर तनातनी जारी है। धरना स्थल को दूसरी जगह शिफ्ट करने के पक्षधर लगातार प्रदर्शनकारी महिलाओं व अन्य लोगों से बातचीत कर रहे हैं। 
सड़क खुलवाने के पक्षधरों का कहना है कि शाहीन बाग का इस्तेमाल कर कुछ लोग दोनों कौमों के बीच आपसी सौहार्द को खत्म करवाना चाहते हैं। इसको लेकर शाहीन बाग में बैठकों का दौर जारी है। पक्षधरों का कहना है कि धरने पर बैठी कुछ महिलाएं और लोग इसके लिए तैयार नहीं हैं। उन्हें मनाने का दौर जारी है।


सड़क खुलवाने के पक्षधर ने बताया कि कुछ लोगों ने दोनों समुदायों की भावनाओं को भड़काकर दिल्ली के एक हिस्से को हिंसा की आग में झोंक दिया। कुछ लोग चाहते हैं कि शाहीन बाग की भी इसी प्रकार शांति भंग हो। 


उनका कहना है कि धरने पर बैठी महिलाओं व दादियों से बातचीत जारी है। फिलहाल वह अभी इसके लिए तैयार नहीं है। लेकिन उम्मीद है कि जल्द ही कोई रास्ता निकालकर धरने को दूसरे स्थान पर शिफ्ट करने में कामयाबी जरूर मिलेगी।


दूसरी ओर धरना स्थल पर बैठी महिला सलमा ने बताया कि हम लोग दिनरात अपने बच्चों के भविष्य के लिए सड़क पर बैठे हैं। इतनी लंबी लड़ाई लड़ने के बाद बगैर किसी फैसले के वह सड़क पर से हटने वाली नहीं हैं। दादियों ने भी बातचीत के दौरान बिना सीएए और एनआरसी के वापस लिए बिना सड़क पर से हटने से से इंकार कर दिया है।