भारतीय शेयर बाजार अपने सबसे बुरे दौर से गुजर रहा है। गुरुवार को शेयर बाजार के इतिहास में सबसे बड़ी गिरावट दर्ज की गई। कारोबार के दौरान आज सेंसेक्स ने एक दिन में रिकॉर्ड 2,600 से ज्यादा अंक का गोता लगाया। जबकि निफ्टी 750 से ज्यादा अंक लुढ़का।
निफ्टी का भी सबसे खराब दिन
निफ्टी ने भी कारोबार के दौरान 750 से ज्यादा अंकों का गोता लगाया और 9,700 के स्तर पर पहुंच गया। यह निफ्टी में 2009 के बाद सबसे बड़ी एक दिनी गिरावट भी दिखी है।
सोमवार को निवेशकों ने गंवाए थे 6.84 लाख करोड़ रुपये
इससे पहले सोमवार को भी सेंसेक्स-निफ्टी में एक दिन में भारी गिरावट देखने को मिली थी। तब बीएसई सेंसेक्स 1941.67 अंक यानी 5.17 फीसदी गिरकर 35,634.95 पर बंद हुआ था और एनएसई निफ्टी-50 में 538 अंक यानी 4.90 फीसदी की गिरावट रही थी और यह 10,451.45 पर बंद हुआ था। वहीं दोपहर 1:30 बजे के करीब सेंसेक्स ने 2,467.44 अंक की गिरावट के साथ 35109.18 का निचला स्तर छू लिया था। जबकि निफ्टी ने 695 अंक की गिरावट के साथ 10,294.45 का निचला स्तर छुआ था। बीएसई में निवेशकों की संपत्ति 6.84 लाख करोड़ रुपये कम हो गई थी।
28 फरवरी 2020 को बाजार में 1,448.37 अंकों की गिरावट आई थी। उससे पहले 24 अगस्त 2015 को बाजार ने 1,624.51 अंक का गोता लगाया था और 21 जनवरी 2008 को यह 1,408.35 फिसला था।
गिरावट के बड़े कारण
- विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कोरोना को विश्वव्यापी महामारी घोषित कर दिया है। डब्ल्यूएचओ के प्रमुख ने कहा कि कोविड-19 को पैनडेमिक (विश्वव्यापी महामारी) माना जा सकता है।
- टूरिस्ट वीजा निलंबित : सरकार ने 15 अप्रैल तक सभी देशों के पर्यटक वीजा निलंबित कर दिए हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि अमेरिका शुक्रवार से (स्थानीय समयानुसार) 30 दिन के लिए यूरोप से सभी यात्राएं रद्द करने जा रहा है। इस दौरान किसी तरह के यातायात को इजाजत नहीं दी जाएगी। ब्रिटेन को इसमें शामिल नहीं किया गया है।
- भारी गिरावट से वैश्विक आर्थिक मंदी की आशंका गहरा गई है। कच्चे तेल की कीमतों में भी गिरावट का रुख है। ब्रेंट क्रूड वायदा पांच फीसदी टूटकर 34 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया है। क्रूड में आई करीब तीन दशक की तेज गिरावट ने भी दुनिया के शेयर बाजारों का मूड बिगाड़ दिया है।
- विदेशी फंड के लगातार बाहर जाने के चलते निवेशकों की भावनाओं पर प्रतिकूल असर पड़ा। शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक विदेशी संस्थागत निवेशकों ने बुधवार को सकल आधार पर 3,515.38 करोड़ रुपये की इक्विटी बेची।
बजट के बाद से 5,000 से ज्यादा अंक गिरा सेंसेक्स
मालूम हो कि एक फरवरी को बजट पेश होने के बाद से सेंसेक्स काफी लुढ़क चुका है। तब से अब तक सेंसेक्स में 5,000 से भी ज्यादा अंकों की गिरावट देखने को मिली है। हालांकि, ऐसी स्थिति में भी निवेशकों को पैनिक नहीं करना चाहिए और उन्हें इस समय निवेश के लिए शेयर बाजार में क्वालिटी स्टॉक तलाशने चाहिए।
दुनियाभर के बाजारों का हाल
दुनियाभर के बाजारों का हाल
- अमेरिकी शेयर बाजार में बुधवार को जबरदस्त गिरावट दर्ज की गई। बेंचमार्क डाउ जोंस 1,400 अंकों से ज्यादा फिसला और 23,553.22 पर बंद हुआ।
- सिंगापुर एक्सचेंज पर निफ्टी फ्यूचर्स करीब 4 फीसदी से ज्यादा की गिरावट के साथ कारोबार करते दिखाई दे रहे थे।
- टोक्यो बेंचमार्क निक्केई 2.24 फीसदी गिरा।
- साउथ कोरिया का कॉस्पी 1.22 फीसदी टूटा।
- ऑस्ट्रेलिया का एएसएस शुरुआती ट्रेड में 2.6 फीसदी नीचे देखा गया।