गुजरात में हाल के दिनों में कोरोना संक्रिमितों की संख्या काफी तेजी से बढ़ी है. केवल गुरुवार को प्रदेश में कोरोना संक्रमितों के 217 नए मामले सामने आए हैं. इस तरह राज्य में कोरोना पॉजिटिव पाए गए मरीजों की संख्या 2,624 हो गई है. गुजरात, महाराष्ट्र के बाद दूसरा सबसे प्रभावित राज्य है.
वहीं अगर सिर्फ अहमदाबाद की बात करें तो यहां संक्रमितों की कुल तादाद 1,559 हो गई है. इनमें से 63 लोगों की मौत हो चुकी है. दूसरे लॉकडाउन की घोषणा के बाद से ही अहमदाबाद में कर्फ्यू लागू है. पूरे अहमदाबाद में कोरोना संक्रमण काफी तेजी से फैला है. खासकर पुराने अहमदाबाद में.
प्रभावित इलाकों में खासकर जमालपुर, दानी लिमडा, बहरामपुर, शाहपुर दरियापुर, खाडिया जैसे इलाके शामिल हैं. पुराना अहमदाबाद घनी आबादी वाला इलाका हैं. यहां हर घर, दूसरे घर के साथ जुड़ा है. ऐसे में यहां पर कोरोना वायरस के फैलने का खतरा सबसे ज्यादा है.
अहमदाबाद म्युनिसिपल कमिश्नर विजय नेहरा के मुताबिक अहमदाबाद शहर में घनी आबादी है. इसलिए यहां पर एक व्यक्ति को दूसरे व्यक्ति से संक्रमण का खतरा है.
80 लाख की आबादी वाले अहमदाबाद में दिल्ली और इंदौर से भी काफी लोग आए थे. इस वजह से भी यहां पर कोरोना का संक्रमण ज्यादा फैला. साथ ही हम यहां पर ज्यादा से ज्यादा टेस्ट कर रहे हैं, इसलिए यहां ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं.
अहमदाबाद में कोरोना संक्रमण की तादद बढने की प्रमुख वजह तबलीगी जमात के सदस्यों को भी माना जा रहा है. तबलीगी जमात के वो सदस्य जो दिल्ली मकरज में रुके थे, बाद में अहमदाबाद आए और फिर पुराने अहमदाबाद के अलग-अलग इलाकों में गए.
हालांकि बाद में कांग्रेस के दो विधायकों- इमरान खेडावाला और ग्यासुद्दीन शेख ने इन्हें समझा-बुझाकर मेडिकल जांच के लिए भेजा. इनमें से कई लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए. जिसके बाद उनके संपर्क में आए अन्य कई लोग भी कोरोना पॉजिटिव पाए गए. इतना ही नहीं समझाने वाले कांग्रेस विधायक इमरान खेडावाला भी कोरोना संक्रमित पाए गए.
अगर कोई शख्स ऐसा करते हुए पकड़ा जाता है तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.