महेंद्र सिंह धोनी को पिछले साल वनडे विश्व कप के बाद ही संन्यास ले लेना चाहिए था-शोएब अख्तर


पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज शोएब अख्तर ने कहा कि महेंद्र सिंह धोनी को पिछले साल वनडे विश्व कप के बाद ही संन्यास ले लेना चाहिए था और वह नहीं जानते कि इस पूर्व भारतीय कप्तान ने यह फैसला इतने लंबे समय तक क्यों लटकाए रखा है. अख्तर ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि 38 साल के धोनी को शानदार विदाई दी जाएगी भले ही अभी यह पता नहीं कि खेल कब शुरू हो पाएंगे.


अख्तर ने इस्लामाबाद से पीटीआई से कहा, ‘इस खिलाड़ी ने अपनी पूरी क्षमता से क्रिकेट की सेवा की है. उन्हें पूरे सम्मान के साथ क्रिकेट को अलविदा कहना चाहिए. मैं नहीं जानता कि उन्होंने इसे इतना लंबा क्यों खींचा. उन्हें विश्व कप के बाद ही संन्यास ले लेना चाहिए था.’


शोएब अख्तर ने कहा, ‘अगर मैं उनकी जगह होता, तो संन्यास ले चुका होता. मैं छोटे प्रारूपों में तीन-चार साल और खेल सकता था, लेकिन मैंने (विश्व कप 2011 के बाद) संन्यास ले लिया, क्योंकि मैं खेल को शत प्रतिशत नहीं दे पा रहा था. इसलिए फैसले के लिए इंतजार क्यों करो.’


 


धोनी ने पिछले साल जुलाई में विश्व कप सेमीफाइनल के बाद कोई प्रतिस्पर्धी मैच नहीं खेला है. वह आईपीएल की तैयारियों में जुटे थे, लेकिन कोविड-19 महामारी के कारण अब इस टूर्नामेंट पर अनिश्चितता के बादल मंडरा रहे हैं. अगर वह आईपीएल में अच्छा प्रदर्शन करते तो उनकी अक्टूबर-नवंबर में होने वाले टी20 विश्व कप में खेलने की संभावना बनी रहती. अख्तर का मानना है कि धोनी अब अधर में लटके हैं, लेकिन विपरीत परिस्थितियों के बावजूद वह शानदार विदाई के हकदार हैं.