मिशन सुरक्षा परिषद द्वारा खास मकसद से की गई प्रेस वार्ता

 


मिशन सुरक्षा परिषद द्वारा आज दिनाक 20 जनवरी 2022 को आयोजित प्रेस एक खास मकसद से बुलाई गई   जिसमें बताया गया 26 मार्च 2017 को देश में जातियों के आधार पर विभाजित समाज को इकट्ठा करने एवं मानवतावादी सोच पर आधारित महापुरुषों खासतौर से बाबा साहब डॉक्टर भीमराव अंबेडकर एवं बहुजन नायक मान्यवर श्री कांशीराम साहब की विचारधारा पर आधारित सामाजिक परिवर्तन एवं समता मूलक समाज रिश्ता बनाने के लिए मिशन सुरक्षा परिषद का गठन किया गया है अपनी ईमानदार सोच एवं मिशनरी भावना तथा समर्पित टीम के द्वारा कम समय में देश के 24 राज्यों के लगभग 600 जनपदों तथा उत्तर प्रदेश के सभी 75 जनपदों में तहसील ब्लाक एवं विधान सभा स्तर पर तमाम जातियों को जोड़कर कैडर वेश के आधार पर लाखो लोगों को तैयार किया गया है। संगठन के विशाल रूप लेने के बाद अपने जिम्मेदार साथियों से विचार-विमर्श के बाद समाजवादी पार्टी प्रमुख श्री अखिलेश यादव जी से पहली बार हमारा प्रतिनिधि मंडल 22 मार्च 2020 को मुलाकात करने के बाद यह तय किया गया कि नई पार्टी लांच करने क्रे बजाए श्री अखिलेश यादव जी के नेतृत्व में काम किया जाएगा उसके बाद उनके साथ कई राउंड की टेबल डिस्कशन एवं मु्राकात; पर बहुजन समाज के सम्मान एवं उत्थान के संबंधित सामाजिक मुद्दों के 16 बिंदुओं पर जो  पर अपने घोषणा पत्र में शामिल करने एवं सरकार बनने पर इमानदारी से करने का भरोसा दिलाया था जिसको लेकर अनुसूचित जाति के जिम्मेदार लोगों को पूरे प्रदेश में हमारे संगठन ने यह कहकर समझाने का प्रयास किया कि समाजवादी पार्टी अपने कार्य संस्कृति में परिवर्तन करके बाबा साहब डॉ० अंबेडकर की विचारधारा को स्वीकार करके अपने पूर्व की सरकार में किए गए दलित विरोधी कार्य को लेकर प्रायश्वित करके हमारे समाज को गले लगाना चाहती है। जिसका नतीजा दलित पिछड़े समाज के उपेक्षित नेताओं की समाजवादी पार्टी में शामिल होने की लाईन लग गई. मिशन सुरक्षा परिषद ने समाजवादी पार्टी को दलित पिछड़े नेताओं की शरण स्थली बना दिया भाजपा के खिलाफ समाजवादी पार्टी में माहौल पैदा करने के बाद श्री अखिलेश यादव जी बिहार की तर्ज पर श्री तेजस्वी यादव जी की तरह बिना सरकार बनाएं अहंकार से ग्रसित होने लगे सपा में शामित्र होने वाले दलित मुस्लिम समाज के कद्दावर नेताओं को हाशिए में रखकर उपेक्षित करने लगे उत्तर प्रदेश में 22 फीसदी दलित एवं 19 फ़ीसदी मुस्लिम समाज के नेताओं के बिना सरकार बनाने का सपना सजा बैठे श्री अखिलेश यादव जी अपने हर वक्तव्य में यह कहते नजर आते हैं कि अंबेडकरवादी एवं लोहिया वादी लोग मिलकर सरकार बनाने जा रहे हैं लेकिन श्री वामन मेश्राम जी की बहुजन मुक्ति पार्टी | बाबा साहब डॉक्टर अंबेडकर के पौत्र श्री प्रकाश अंबेडकर जी की बहुजन आघाडी दल एवं सुश्री सावित्री बाई फूले की पार्टी मूलनिवासी कांशीराम पार्टी, श्री चंद्रशेखर आजाद की आजाद समाज पार्टी ( कांशीराम) से तो सपा का गठबंधन नहीं हो रहा है समाजदादी पार्टी में शामिल दलित समाज के कद्दावर नेताओं को ना तो कोई पद दिया 


लोहिया वादी लोगों के साथ मिलकर भाजपा मुक्त उत्तर प्रदेश बनाने जा रहे हैं। बारी बारी से दलित समाज के नेताओं की उपेक्षा एवं बहुजन समाज के उत्थान एवं सम्मान के लिए हमारे संगठन द्वारा दिए गए सुझाव पर संवेदनशील ना होना इससे साबित होता है कि समाजवादी पार्टी का दलित विरोधी चाल चरित्र चेहरा अभी बदला नहीं है बाबा साहब का फोटो लगाकर केवल हमारे समाज का वोट लेना चाहते हैं दलित एवं मुस्लिम समाज के लीडर नहीं केवल लोडर तैयार करना चाहते हैं श्री अखिलेश यादव जी को मालूम होना चाहिए उत्तर प्रदेश में हमारे समाज की आबादी एक चौथाई है हम लोग आत्मसम्मान के साथ जीने वाले अंबेडकरवादी लोग राजनैतिक भिखारी नहीं है कुछ समय की और कोशिश के बाद हम लोग खुद अपने पैरों पर खड़े होकर किसी का पिछलग्गू नहीं.अपने दम पर आने वाले समय पर सरकार बनाकर अपने समाज की हजारों साल की बिगड़ी बात खुद _ बनाएंगे समाजवादी पार्टी की इस तरह से अपमानजनक रवैये से अपने समाज से अपील करते हैं कि भाजपा का खौफ दिखाकर वोट लेने के इनके मंसूबे को कामयाब ना होने दें अपना नेता खुद पैदा करने की कोशिश करें

अ0जा0 / जन जा0 तथा अन्य पिछड़े वर्गों के उत्थान एवं सम्मान हेतु समाजवादी पार्टी के चुनावी घोषणा पत्र में शामिल किये जाने हेतु कुछ महत्वपूर्ण बिन्दु 

१ अ0जा0 / जन जा0 तथा अन्य पिछड़े वर्गों के वर्गो के सरकारों सेवायोजको को पदोन्‍नति मे आरक्षण प्राथमिकता के आधार पर लागू किया जाना। 

2 महापुरुषों संतो,गुरुवों, के सम्मान पर बनाये गये जनपदों,शैक्षिक सस्थानो एव योजनाओ का नाम पुर्नचहाल किया जाना जरुरत पड़नें पर नये जनपदों का नाम सृजित किया जाना। 

3. उ0प्र0 में महापुरुषों,सन्तों गुरुवों के सम्मान मे बनाये गयें स्मारकों,संग्रहालयों का रखरखाव एवं अंनुरक्षण कार्य को प्राथमिकता के आधार पर किया जाना। 

4. वन नेशन-वन एजुकेशन के फॉर्मूले पर उ0प्र0 के सरकारी एवं निजी विद्यालयों पर एक समान शिक्षा लागू किया जाना। 

5. उ0प्र0 के प्राथमिक विद्यालयों में संचालित मिड-डे मील योजना को प्रतिबन्धित करके उसका पैसा सीधे अभिभावक के बैंक खाते में प्रेषित किया जाना। 

6. जिसकी जितनी संख्या भारी-उसकी उतनी भागीदारी के फमूले पर हर वर्ग के अधिकारियों,कर्मचारियों की तैनाती मुख्य पदों पर किया जाना तथा कमजोर वर्गों को प्राथमिकता | 

7. कमजोर वर्गों के उत्थान हेतु समाज कल्याण विभाग द्वारा चलाई जा रही स्पेशल कम्पोनेन्ट की योजनाओं को सुचारु एवं सुलभ बनाने हेतु बजट से उचित धनराशि उपलब्ध कराया जाना। 

8. उ0प्र0 में स्थापित डा0 अम्बेडकर एवं अन्य क्रान्तिकारी महापुरुषों की प्रतिमाओं को अतिक्रमण से बचाने हेतु सर्वे करवाकर बाउन्ड्री एवं सुन्दरी करण का कार्य। 

 9 सरकारी अभिलेखों में दर्ज डा0 अम्बेडकर पार्कों पर सीधे क्षेत्रीय लेखपाल एवं कानूगो की पैमाइस पर डा0 अम्बेडकर की मुर्तियों को जिलाधिकारी की अनुमति के बिना सामाजिक संस्थाए स्थापित कर सकेंगी। 

10 कमजोर वर्गो शोषितों वंचितों एवं महिलाओ के सुरक्षा के लिए होने वाले उत्पीडन से समयबद्ध न्याय दिलाकर प्रकरण का तत्काल निस्तारित किया जाना। 

11. उ0प्र0 में निजी क्षेत्र की इकाईयों में अ0जा0,// जन जा0 एवं अन्य पिछड़े वर्गों को आरक्षण प्राविधान किया जाना। 

12. सरकारी टेण्डरों में अ0जा0,/जन जा0 एवं अन्य पिछडे वर्गों के ठेकेदारों को आरक्षण की व्यवस्था सुनिश्चित करना। 

13. उ0प्र0 में सरकारी अधिकारियों,कर्मचारियो की पुरानी पेन्शन को करना। 

14.प्रदेश मे बेरोजगारी के उन्मूलन हेतु सामान्य भर्तियों पर लगी रोक को हटाया जाना। 

15. भूमिहीन लोगों को आवासीय एवं कृषक कार्य हेतु पट्टो का आवंटन तथा अ0जा0,/ जन। जाo के व्यक्तियों द्वारा काबिज भूमि 122 है 4 के तहत मालिकाना हक प्रदान किया जाना।

16. ऐट्रो सिटी एक्ट को निस्प्रभावी करने के विरोध में 2 अप्रैल 2018 को भारत बन्द के दौरान अनुसूचित जाति के लोगो के ऊपर दर्ज किए गए मुकदमों को वापस किया जाना।