उत्तर प्रदेश बा हमसे एवं सहयोगी संगठनों का विधानसभा 2022 हेतु समाजवादी पार्टी गठबंधन को समर्थन

 



  बामसेफ़ और उस के सहयोगी संगठन हमारे देश के मूल निवासियों (बैकवर्ड क्लासेज़, S.C, S.T, O.B.C), माइनॉरटीज़ को संविधान में दिए गए उन के अधिकारों और मान सम्मान दिलाने के लिए चेतना फैलाने एवं संघर्ष करने वाली, इसी के साथ न्याय एवं भाईचारा स्थापित करने और मनुवादी व्यवस्था को परिवर्तन करने आन्दोलन चलाने वाली सब से बड़ा संगठन है।लखनऊ प्रेस कलब में बामसेफ (उत्तर प्रदेश) एवं सहयोगी संगठनों के प्रमुख, वरिष्ठ पदाधिकारियों मा. प्रदीप अम्बेडकर (राष्ट्रीय प्रचारक: बामसेफ़), मा. मनोज कुमार पासी (राष्ट्रीय प्रचारक: बामसेफ़), मा. मौलाना रफ़ीउल्लाह (प्रदेश अध्यक्ष: राष्ट्रीय मुस्लिम मोर्चा), मा. अवनीश यादव (प्रदेश प्रभारी: राष्ट्रीय पिछड़ा वर्ग मोर्चा), मा. सी.एल सरोज (प्रदेश अध्यक्ष: बामसेफ) मा. भन्ते अलार कलाम (राष्ट्रीय प्रभारी: भिक्खू संघ), आयु. ज्योति भारती (प्रदेश अध्यक्ष:भारतीय विद्यार्थी छात्रा प्रकोष्ठ), मा.महेंद्र प्रताप (राष्ट्रीय प्रचारक: बामसेफ़), मा.दीपक नारंग (प्रदेश प्रभारी:शिड्यूल कास्ट फेडरेशन, मा.मुनव्वर हुसैन (प्रदेश महासचिव: राष्ट्रीय मुस्लिम मोर्चा), मा. सत्य प्रकाश अम्बेडकर (प्रदेश प्रभारी: बुद्धिस्ट इन्टरनेशनल नेटवर्क, मा. ब्रजेश रावत (प्रदेश प्रभारी: भारतीय बेरोजगार मोर्चा), मा. लवकुश प्रजापति (प्रदेश प्रभारी: भारतीय युवा मोर्चा) डा॰ अमित पाल (प्रदेश अध्यक्ष: राष्ट्रीय अति पिछड़ा वर्ग मोर्चा) आदि द्वारा संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस कर के यह घोषित किया जा रहा है कि बामसेफ के वर्तमान अध्यक्ष मा. वामन मेश्राम साहब अब पूर्ण रूप से राजनीतिक हो गए हैं । उनकी राजनीतिक महत्वाकांक्षा बहुत ज़्यादा बढ़ गई हैं, क्योंकि वह बामसेफ़ के राष्ट्रीय अध्यक्ष होते हुए एक राजनीतिक पार्टीयों का गठबंधन, राष्ट्रीय परिवर्तन मोर्चा के राष्ट्रीय संयोजक के साथ-साथ बहुजन मुक्ति पार्टी के आंतरिक रूप से अलिखित राष्ट्रीय अध्यक्ष भी बन गए हैं, इसीलिए बहुजन मुक्ति पार्टी के समस्त फ़ैसले उनके द्वारा ही लिए जा रहे हैं 

हम बहुत समय से इस बात को महसूस कर रहे थे कि वह (मा. वामन मेश्राम साहब जी) संगठन के अंदर लोकतांत्रिक सिद्धान्तों के बिल्कुल विपरीत तानाशाही अंदाज में बगैर विचार-विमर्श के बड़े बड़े निर्णय लेने लगे हैं। पिछले दिनों उनके द्वारा कांग्रेस पार्टी से राजनैतिक गठबंधन के लिए वार्ता शुरू की गई थी, जो बुरी तरह विफल हुई, यह वही कांग्रेस पार्टी है जिस के बारे में वह स्वयं अपने पूरे कैडर को पिछले 40 वर्षों से यह बताते और पढ़ाते चले आ रहे थे कि वह मनुवाद की नम्बर एक की पार्टी औैर आर. एस. एस की मां है, और हमारी जानकारी के अनुसार गुप्त रूप से उसी पार्टी से वार्ता शुरू कर दी बल्कि एक समझौता भी हो गया। हमारी जानकारी में यह भी आया है कि R.S.S ने ही कांग्रेस के द्वारा उनको Manage किया है।

दूसरी तरफ समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मा. श्री अखिलेश यादव जी से मिले और उन्होंने कुछ सीटें देने और बहुजन मुक्ति पार्टी को अपने गठबंधन में लेने के संकेत दिए तो उन्होंने बिल्कुल अचानक मा. अखिलेश जी के समक्ष यह फ़ॉर्मूला रख दिया कि 60% सीटें हम आप को दे देंगे, और 40% सीटों पर हम अपने उम्मीदवार खड़े करेंगे। इस तरह फिर समाजवादी पार्टी से भी वार्ता टूट गई। याद रहे कि यह सबकुछ उन्होंने बगैर विचार-विमर्श किये बिल्कुल अकेले ही के विपरीत फैसला लिया है। उस के बाद उन्होंने अचानक मा. असदुद्दीन ओवैसी जी की पार्टी A.I.M.I.M के साथ B.J.P को हराने के नाम पर गठबंधन कर लिया, और भागीदारी परिवर्तन मोर्चा बना लिया है जिसको वह स्वयं पिछले कई वर्षों से बी.जे.पी की "B Team" कहते चले आ रहे थे, और 10-12 दिन बाद ही बड़े पैमाने पर कार्यकर्ताओं की एक बार फिर से मन-माने फैसले लेने की वजह से पुनः नाराजगी को ध्यान में रखते हुए मा.असदुद्दीन ओवैसी जी और मा. बाबू सिंह कुशवाहा जी पर आरोप लगाकर भागीदारी परिवर्तन मोर्चा से भी बाहर हो गए । उसके बाद फिर अब खुद के द्वारा ही बनाये हुए राष्ट्रय परिवर्तन मोर्चा को पुनर्जीवित करने में लग गए।इस प्रकार मा. वामन मेश्राम साहब मिशन एवं विचारधारा से भटक गए हैं जिसकी वजह से आज संगठन के हज़ारों कार्यकर्ताओं की अथक मेहनत और अथक प्रयासों को नज़रअंदाज़ करते हुए बहुजन महापुरुषों एवं बामसेफ की विचारधारा के विपरीत निर्णय ले रहे हैं, इसलिए आज हमलोग संगठन एवं मिशन को बचाने के लिए, उत्तर प्रदेश में मनुवादी ताक़तों को रोकने एवं मूलनिवासी बहुजनों की सरकार बनाने/बनवाने के लिए हम संगठन शक्ति के साथ समाजवादी पार्टी के गठबंधन को unconditionally समर्थन देने की घोषणा करते हैं।साथ ही उत्तर प्रदेश के अपने जुझारू और समर्पित कार्यकर्ताओं एवं समस्त जनता से यह अपील करते हैं कि आगामी विधानसभा चुनाव-2022 जो 10- फरवरी से होने जा रहा है, इसमें समाजवादी पार्टी के पक्ष में मेहनत और प्रचार करते हुए पूरी ताक़त के साथ अपने मताधिकार का प्रयोग करें और,समाजवादी पार्टी के मुखिया मा.अखिलेश यादव जी को मुख्यमंत्री बनाने हेतु दृढ़संकल्प करते हुए कार्य करें और यदि समाजवादी पार्टी ने मनुवादी- मानवता विरोधी व्यक्ति को प्रत्याशी बनाया है तो हम लोग उस व्यक्ति विशेष को वोट नहीं करेंगे ।कुछ सीटें बहुजन मुक्ति पार्टी जीतने की स्थिति में है, हम लोग पूरी ताक़त से उसको जिताने का कार्य करेंगे उपरोक्त प्रेस वार्ता कार्यक्रम में सैकड़ों पदाधिकारियों एवं कार्यकर्ताओं की उपस्थित रही।