यावर अली शाह कपड़ा उद्योग में प्राकृतिक रंगों से व्यावसायिक उत्पादन की संभावनाओं और सीमाओं पर करेंगे चर्चा


अटल इनक्यूबेशन सेंटर, तिरुपुर द्वारा आयोजित किया जा रहा है सेमिनार

लखनऊ, : राजधानी स्थित एएमए हर्बल लैबोरेट्रीज प्रा. लि. के सह-संस्थापक व सीईओ श्री यावर अली शाह नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ फैशन डिजाइनिंग, तिरुपुर स्थित इन्क्यूबेशन सेंटर फॉर टेक्सटाइल्स एंड अपेरल्स द्वारा आगामी 2 जून को सोसाइटी फॉर डायर्स व कलरिस्ट्स के सहयोग से आयोजित होने वाले सेमिनार में टेक्सटाइल इंडस्ट्री के प्रोफेशनल्स को सम्बोधित करेंगे। वे कपड़ा उद्योग में प्राकृतिक रंगों के मौजूदा, उपलब्ध व सम्भावित विकल्पों पर चर्चा करेंगे। इस सेमीनार का विषय है ‘कपड़ा उद्योग में प्राकृतिक रंगों से व्यावसायिक उत्पादन की संभावनाएं व सीमाएं’।

इसी सेमिनार में एएमए हर्बल के टेक्सटाइल डाई के मार्केटिंग व प्रोडक्शन एक्स्पर्ट्स भी उपस्थित रहेंगे। वे टेक्सटाइल डाई बनने की प्रक्रिया, उपयोग, भविष्य की संभावनाओं व सीमाओं की चर्चा के साथ-साथ इस क्षेत्र में एएमए के योगदान व उसके प्रसार पर भी प्रस्तुति देंगे।

एएमए हर्बल लैबोरेट्रीज प्रा. लि. के सह-संस्थापक व सीईओ श्री यावर अली शाह ने बताया, “वर्तमान में पूरे विश्व में टेक्सटाइल उद्योग को टिकाऊ बनाने के मुद्दे पर विमर्श हो रहा है। कपास की खेती से लेकर रिसाइकिल करने योग्य फाइबर से लेकर प्रसंस्करण से लेकर पैकेजिंग तक के क्षेत्रों में कई सुधार हुए हैं, कपड़ों को अधिक टिकाऊ बनाने में प्राकृतिक रंगों का भी उतना ही बड़ा योगदान है। एएमए हर्बल लैबोरेट्रीज प्रा. लि. प्राकृतिक रंगों के उत्पादन में विश्व में अग्रणी है।  बाजार में सबसे पहले एएमए हर्बल ने ही औद्योगिक व्यावसायिक रूप से स्वीकार्य हर्बल टेक्सटाइल डाई को लॉन्च किया। यह एक ऐसी तकनीक है, जिसने लखनऊ को टेक्सटाइल इंडस्ट्री में  प्राकृतिक रंगाई द्वारा स्थायित्व प्राप्त करने की दिशा में विश्व मानचित्र पर प्रमुखता से पेश किया।"


श्री शाह ने कहा, "इस समय कपड़ा उद्योग के सामने सबसे बड़ी चुनौती है, उद्योग को पर्यावरण के अनुकूल बनाना। इस दिशा में वृहद् पैमाने पर प्रयास चल रहा है। प्राकृतिक रंग न  केवल पर्यावरण के अनुकूल हैं बल्कि इनमें टैक्स्टाइल को टिकाऊ बनाने की भी क्षमता होती है और यह वैज्ञानिक रूप से भी सिद्ध हो चुका है।“