उत्तर प्रदेश स्ववित्तपोषित महाविद्यालय एसोसिएशन के द्वारा हुआ उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा एवं राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अंतर्गत उच्च शिक्षा विमर्श बैठक एवं प्रथम राज्य स्तरीय सम्मान समारोह 2022

 


लखनऊ, विश्वेसरैया सभागार में उत्तर प्रदेश स्ववित्तपोषित महाविद्यालय एसोसिएशन (टी) के बैनर तले उत्तर प्रदेश के सभी 75 जनपदों से आये हुए एक हजार से अधिक महाविद्यालयों के मा० प्रबंधकों का प्रथम वार्षिक अधिवेशन संपन्न हुआ | उक्त अधिवेशन दो चरणों में संपन्न हुआ प्रथम चरण के मुख्य अतिथि मा० श्री ब्रजेश पाठक, उप मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश सरकार उपस्तिथ रहे ।Q

माननीय उप मुख्यमंत्री जी का स्वागत करते हुए मा० प्रदेश अध्यक्ष डॉ आर जे सिंह चौहान ने एसोसिएशन के माध्यम से किये जा रहे कार्यों का विस्तृत उल्लेख किया तथा इस एसोसिएशन को राष्ट्रीय स्तर पर गठन करने का प्रस्ताव रकखा, जिसे उत्तर प्रदेश के साथ साथ अन्य प्रदेशों से आये हुए प्रबंधकों ने करतले थ्वनि से सहर्ष स्वीकृति प्रदान की । उक्त राष्ट्रीय एसोसिएशन का नामकरण “अखिल भारतीय अनएडेड विश्विद्यालय एवं महाविद्यालय एसोसिएशन (टी)" रकखा गया | जिसके लिए सर्वसम्मति से उत्तर प्रदेश के अध्यक्ष डॉ आर जे सिंह चौहान को राष्ट्रीय अध्यक्ष घोषित किया गया।



उक्त अवसर पर प्रदेश में शिक्षा जगत से जुड़े १५ विधान परिषद्‌ एवं विधान सभा के सदस्यों मा० इंजीनियर अवनीश सिंह जी, मा० श्री पवन सिंह चौहान जी, मा० श्री अविनाश सिंह चौहान जी, मा० डॉ हरी ओम पांडेय जी, मा० श्री अंगद सिंह जी मा० श्री धर्मेंद्र भारद्वाज जी, मा० डॉ प्रज्ञा त्रिपाठी जी, मा० श्रीमती रमा निरंजन जी, मा० श्री जितेंद्र सिंह सेंगर जी, मा० श्री अशोक अग्रवाल जी, मा० श्री राम चंद्र प्रधान जी, मा० श्री के० पी० श्रीवास्तव जी, मा० श्री सीताराम वर्मा जी, मा० श्री कमलाकांत राजभर जी, मा० श्री अनिल कुमार मौर्य जी को भी स्मृति चिन्ह, उत्तरीय एवं पुष्प गुच्छ देकर सम्मानित किया गया | साथ ही साथ सम्पूर्ण राष्ट्र से आये हुए अन्य राज्यों के महाविद्यालय एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्षों में क्रमशः मा० डॉ प्रभा शर्मा (जयपुर, राजस्थान), मा० डॉ सुनील कुमार अग्रवाल (देहरादून, उत्तराखंड), मा० डॉ राम प्रसाद शर्मा (राजस्थान), मा० डॉ ए के रूँगटा (नई बोल या. मा० डॉ आर एस यादव (पुणे, महाराष्ट्र), मा० डॉ जे सी शर्मा (फरीदाबाद; हरियाणा), मा० डॉ विजय सैनी (रुडकी उत्तराखंड), मा० श्री कुमार मंजुल (मुंबई, महाराष्ट्र), मा० श्री रजनीश र॑जन (बिहार), मा० डॉ के एम अग्रवाल (बिहार), मा० अब्दुश समद (झारखंड) आदि को भी माननीय उप मुख्यमंत्री जी के करकमलों से सम्मानित किया गया. तथा नव स्थापित राष्ट्रीय कार्यकारिणी में सम्मिलित करते हुए इनको इनके राज्यों में राष्ट्रीय संगठन द्वारा प्रदेश अध्यक्ष नामित किया गया तथा कुछ लोगों को राष्ट्रीय कार्यकारिणी में सम्मिलित किया गया ।



माननीय उप मुख्यमंत्री श्री पाठक जी ने एसोसिएशन के राष्ट्रीय गठन पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए उपस्तिथ सदस्यों को विश्वास दिलाया की स्ववित्तपोषित महाविद्यालय के हितों हेतु प्रदेश सरकार कटिबद्ध है तथा प्रबंधकों से भी आवाहन किया की सरकार की नई शिक्षा नीति के अंतर्गत शीघ्र महाविद्यालयों एवं विश्वविद्यालय स्तर पर तीव्र गति से कार्य करने की आवश्यकता है जिससे उच्च शिक्षा को वर्तमान परिदृश्य में गुणवत्ता पूर्ण . बनाया जा सके ।



द्वितीय चरण के मुख्य अतिथि मा० श्री योगेंद्र उपाध्याय जी उच्च शिक्षा मंत्री तथा विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित मा० डॉ मुकुल चतुर्वेदी (संगठन . मंत्री भाजपा), मा० श्री संदीप सिंह, बेसिक शिक्षा राज्य मंत्री स्वतन्त्र प्रभार एवं मा० श्री प्रकाश मिश्रा आयुष राज्य मंत्री (दर्जा प्राप्त) उपस्थित रहे। 



कार्यक्रम में महाविद्यालय एसोसिएशन के संरक्षक डॉ एस० पी० एस० संधू जी ने उच्च शिक्षा में आ रही व्यवहारिक समस्याओं के सम्बन्ध में माननीय उच्च शिक्षा मंत्री जी को पंद्रह बिंदु का मांगपत्र प्रस्तुत किया, जिसमे मुख्य रूप से स्ववित्तपोषित महाविद्यालयों के लिए नियमावली बनाने, सभी पाठ्यक्रमों के शुल्क निर्धारण के साथ साथ शिक्षकों के अनुमोदन की सरलीकरण प्रक्रिया अपनाना एवं प्रदेश में चल रहे डी० एल० एड० पाठ्यक्रम में प्रवेश हेतु न्यूनतम योग्यता इंटरमीडिएट करने तथा डी० एल० एड० पाठ्यक्रम को बी० एड० पाठ्यक्रम से अलग करने का ज्ञापन सौपा, जिसका ) एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष एवं नवनियुक्त राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ आर जे सिंह चौहान ने समर्थन करते हुए प्रबंधकों की मांगों को माननीय उच्च शिक्षा मंत्री से निराकरण करने की जोरदार मांग की तथा मा० मुख्य अतिथि गणो ने अति शीघ्र समस्या के निराकरण का आश्वासन दिया।



प्रदेश कार्यकारिणी एवं नव नियुक्त राष्ट्रीय कार्यकारिणी द्वारा आज जनपद कानपुर के होनहार बालक यश वर्थन सिंह पुत्र श्री अंशुमान सिंह जो की मात्र ११ वर्ष की उम्र में कक्षा ७ का विद्यार्थी होते हुए अपनी विशेष प्रतिभा से देश की सबसे बड़ी परीक्षा सिविल सेवा के विद्यार्थियों को भारतीय राज्य व्यवस्था, अंतर्राष्ट्रीय सम्बन्ध, इतिहास, भूगोल एवं सम समायिकी पढ़ाते एवं तैयारी कराते हैं जिन्हे आज राष्ट्रीय संगठन के द्वारा यह निर्णय लिया गया कि बालक यशवर्थन सिंह की इच्छानुसार सर्वश्रेष्ठ शिक्षण संस्था में उच्च शिक्षा में अध्यन के लिए राज्य सरकार के साथ राष्ट्रीय संगठन मिलकर हर प्रकार से आर्थिक सहयोग करने का वचन देता है जिससे की इस राष्ट्रीय धरोहर को विश्व पटल पर एक पहचान मिल सके और भारत के यशश्नी प्रधानमन्त्री माननीय नरेंद्र मोदी जी के सपनो के भारत का नाम रौशन हो सके ।

यह कार्यक्रम उत्तर प्रदेश के इतिहास में पहली बार आयोजित हुआ जिसमे शासन एवं प्रबंधक साथी आमने सामने बैठ कर आपसी विचार विमर्श करने का प्रदेश में अभिनव प्रयोग शुरू किया । उक्त कार्यक्रम का सफल संचालन प्रदेश संगठन के महासचिव डॉ विवेक तांगड़ी जी ने किया। कार्यक्रम के अंत में मा० प्रदेश अध्यक्ष डॉ आर जे सिंह चौहान जी ने धन्यवाद ज्ञापन कर कार्यक्रम का समापन किया।