मेदांता सुपरस्पेशिलिटी हॉस्पिटल में सिनियर सिटीजन को दिया गया प्रीविलेज कार्ड

 


  मेदांता सुपरस्पेशिलिटी हॉस्पिटल की ओर से बुधवार को सिनियर सिटीजन क्लब सेकेंड इनिंग के मैंमर्स को प्रीविलेज कार्ड से ओपीडी में स्पेशल डिस्काउंट दिया गया। सेकेंड इनिंग में सिनियर सिटीजन के 900 मैंबर है जिसमें लगभग 900 परिवार शामिल हैं। इसी क्रम में बुधवार शाम को न्यूरोलॉजी के डायरेक्टर डॉ ठक्कर ने स्ट्रोक प्रीवेंशन एंड कंट्रोल पर इंटरेक्टिव सेशन लिया। 


मेदांता सुपरस्पेशिलिटी हॉस्पिटल में सिनियर सिटीजन क्लब सेकेंड इनिंग के मैंमर्स को प्रीविलेज कार्ड दिया गया। इस कार्ड के माध्यम से मेदांता में आए सेकेंड इनिंग के सिनियर सिटीजन मैंबर को बेहतर इलाज के लिए ओपीडी  एवं IPD  अच्छे डिसकाउंट दिए जायेंगे।इसके आलावा मेदांता की तरफ से आग्रह किया गया की हर इक मेंबर अपने मोबाइल में इमरजेंसी नंबर १०६८ सेव करें तथा किसी भी आपातकालीन स्तिथि  में इस्पे संपर्क करें। इस अवसर पे मौजूद सीनियर सिटीजन क्लब के मेम्बरों के साथ आये उनके प्रेजिडेंट श्री अतुल दुबे  जी ने   मेदांता अस्पताल की इस पहल पर  प्रीविलेज कार्ड के लिए मेदांता के मैनेजमेंट  का आभार व्यक्त किया। 

इसी दौरान अस्पताल परिसर में स्ट्रोक विषय पर आयोजित हुए इंटरेक्टिव सेशन के दौरान मेदांता लखनऊ के न्यूरोलॉजी के निदेशक डॉ ए.के. ठक्कर ने स्ट्रोक प्रीवेंशन एंड कंट्रोल पर के विषय पर चर्चा की। डॉ ठक्कर ने बताया कि ब्रेन स्ट्रोक से पीड़ित मरीज की जान स्ट्रोक के 16-24 घंटे के दौरान तक बचाई जा सकती है। स्ट्रोक में 16-24 घंटे में यदि मरीज अस्पताल में पहुंचते हैं तो थ्रांबेक्टॉमी से इलाज कर जान बचाई जा सकती है। साथ ही उन्होंने सीनियर सिटीजन के सवालों के जवाब भी दिए। मेदांता अस्पताल हमेशा सीनियर सिटीजन के बेहतर इलाज के लिए तत्पर है।