उत्तर प्रदेश आशा वर्कर्स यूनियन सम्बद्ध आल इन्डिया सेंट्रल काउंसिल ऑफ ट्रेड यूनियंस ( ऐक्टू ) की राज्य स्तरीय बैठक हुई सम्पन्न

 



 उत्तर प्रदेश आशा वर्कर्स यूनियन सम्बद्ध आल इन्डिया सेंट्रल काउंसिल ऑफ ट्रेड यूनियंस ( ऐक्टू ) की राज्य स्तरीय बैठक दारूल सफा ,बी ब्लाक कामन हाल मे हुई , 

ज़िसमे 110 राज्य कमेटी सदस्यो , ज़िलाध्यक्षो , सचिवो ने हिस्सा लिया व प्रतिनिधि शामिल हुई , , ज़िसमे प्रमुख रूप से गोरखपुर ,देवरिया , कुशी नगर , हाथरस , अलीगढ़ , बरेली ,  रायबरेली , बदायूँ , वाराणसी , झांसी, हमीरपुर , मुरादाबाद , कानपुर , उन्नाव, अमेठी , सीतापुर , आदि जिलों ने हिस्सा लिया ,

अध्यक्ष मंडल में प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मी जी, कुशीनगर की वरिष्ठ नेत्री सृजावती जी , हाथरस की जिला अध्यक्ष दुर्गेश जी, प्रदेश प्रचार सचिव अर्चना रावत जी, कुशीनगर जिलाध्यक्ष रेणु राय जी, प्रदेश सहसचिव सरला श्रीवास्तव जी शामिल रहीं



बैठक की शुरुआत में  पिछली बैठक के बाद दिवंगत हुई आशा कर्मियों को मौन रखकर श्रद्धांजलि अर्पित की गई , तत्पश्चात 15  मई के कन्वेंशन में लिए गए निर्णयों  को लागू करने और अन्य गतिविधियों से संबंधित एक रिपोर्ट प्रस्तुत की गई , 

बैठक में सभी ने संगठन को सुदृढ़ करने , पारदर्शिता बरतने ,सामूहिक निर्णयों की प्रणाली पर जोर देकर लोकतांत्रिक तरीके से उसके संचालन की गारंटी करने के साथ साथ स्थानीय स्तर से लेकर राज्य स्तर तक और केंद्र की सरकार को भी निशाने में लेने की जरूरत पर जोर दिया


बैठक में अंत मे निम्न निर्णय लिए गए 

1 अखिल भारतीय स्कीम वर्कर्स फेडरेशन के आह्वान पर आगामी २१ नवंबर २०२२ को दिल्ली में आयोजित प्रदर्शन में हिस्सेदारी करने का निर्णय लिया गया , प्रमुख रूप से भागेदारी के लिए  कुशीनगर ,गोरखपुर , बरेली ,हाथरस ने 500  कुल 2000 , देवरिया 300, रायबरेली 300, मऊ 200 , कानपुर 300, हमीरपुर 50, इलाहाबाद 100, बस्ती 100 , लखीमपुर ___ तय नही, पीलीभीत तय नही , शाहजहां पुर तय नही ,वाराणसी तय नहीं , उन्नाव तय नहीं , बदायूं तय नही , सीतापुर 50, बाराबंकी 100, झांसी 50, जालौन तय नही , चंदौली तय नहीं , और इसी तरह कई अन्य जिलों ने भी अपना लक्ष्य तय किया


2 हस्ताक्षर अभियान को फिर से गतिशील करना है , और उसकी रणनीति बनाकर इसे बड़े दायरे में ले जाने की जरूरत के अनुसार नए जिलों में संगठन का विस्तार ,पुराने काम काज के जिलों में आखिरी ब्लॉक तक संगठन के ढांचे तैयार कर हर आशा कर्मी को सदस्य बनाने का काम भी किया जाय, सदस्यता का इस वर्ष का पूरा 25 रू राज्य में जमा किया जाएगा 


3 कुशीनगर ,चंदौली ,बिजनौर आदि जिलों में चल रही गड़बड़ियों के विरुद्ध शासन को पत्र लिखा जायेगा, और पूरे प्रदेश के भुगतान व अन्य किसी स्थानीय ज्वलंत मुद्दे पर कभी भी स्थानीय स्तर पर आंदोलन का  आह्वान किया जा सकता है


4 अपनी मांगों पर सरकार और एनएचएम और सरकार का ध्यान आकर्षित करने के लिए एक दिवसीय राज्य व्यापी हड़ताल का कार्यक्रम तय किया गया , और यह भी तय किया गया कि हम अपनी तैयारी को अपने दायरे में मजबूती प्रदान करते हुए पूरे प्रदेश को अपने इस महाभियान में साथ ले आने की जी जान से  कोशिश की जानी चाहिए , और जब तक संगठन प्रदेश के आखिरी कोने तक होगा यह संभव नही है , इसीलिए तैयारी का पर्याप्त समय लेते हुए 1 मार्च 2023 को हड़ताल का निर्णय लिया गया 



5 सदस्यता करने , कमेटियों के निर्माण ,आंदोलन के धन संग्रह आदि कार्यों को प्राथमिकता में रखकर ही सभी गतिविधियों को संचालित करने का निर्णय लिया गया


6 बैठकों में न आने की प्रवृत्ति को एक संगठनिक बीमारी के रूप में चिन्हित किया गया जिससे हमारे नेतृत्व कारी हिस्से ही ग्रसित प्रतीत होते हैं,  प्रदेश व  कई जिलों के पदाधिकारी  बैठकों के महत्व को समझने में बहुत औपचारिक तरीके से सोचते हैं ,जिससे एक ओर उनके जिलों में संगठन के विस्तार ,सुदृढ़ीकरण और स्थानीय सवालों के सूत्रीकरण का कार्य बाधित है वहीं उन नेतृत्वकारी हिस्सो की संगठनिक चेतना का विकास बाधित हो रहा है, इसके पीछे तर्क जो भी हों किंतु इस समझ की बुनियाद में  व्यक्तिवादी तरीके से संगठनों चलाने की पुरानी प्रवृत्तियों का असर ही है,जिससे हमारे नेतृत्व को खुद मूल्यांकन करते हुए इस प्रवृत्ति को शिकस्त देकर एक कमेटी ढांचागत निर्णय प्रक्रिया की ओर बढ़ना और बहस मुहाबसो की परंपरा को बढ़ाते हुए सामूहिक निर्णय ,सामूहिक सवाल ,सामूहिक संघर्ष की ओर बढ़ना चाहिए , बैठक ने विश्वास जताया कि हमारे संगठन की सभी जिम्मेदार अगुआ बहने अपनी कमजोरियों पर विजय हासिल कर एक लंबे संघर्ष के खुद को तैयार करने में कामयाब होंगे*

बैठक का संचालन जय श्री जी ने किया ,बाद में *राज्य सचिव साधना पांडेय* ने सभी का आभार व्यक्त कर लिए गए निर्णयों को लागू करने में जी जान लगाने का आह्वान किया,