कैंसर की बीमारी को लेकर फैली भ्रांतियों को दूर करते -डॉ० आदित्य प्रकाश एल्हेंस

समस्या का विवरण WHO GLOBOCAN 2020 के आंकडो के अनुसार, भारत में कैंसर के नए मामलों की संख्या-13,24,413 थी, जिसमे लगभग 8,51,678 लोगों ने कैसर से होने वाली मौतों की  सूचना दी थी। (मौजूद भारतीय आंकडों के अनुसार अब तक कुल अनुमानित सीओवीआईडी मौत लगभग 5.3 लाख है)। भारत में पिछले 5 वर्षों की अवधि में परचलित मामले लगभग 27,20,251 थे। न्‍ हा में शीर्ष 5 कैंसर कुल संख्या का लगभग 45% 1. स्तन कैंसर 2. मुंह व गले का कैंसर 3. गर्भाशय ग्रिवा कैंसर 4. फेफड़ों का कैंसर 5. बडी आंत का कैंसर समय पर निदान होने पर इलाज संभव है और सकृषम मार्गदर्शन से उन्हें रोका जा सकता है। निवारण सर्वाइकल कैंसर जैसे कुछ कैंसर एचपीवी संक्रमण के कारण होते है और सुरक्षित यौन परथाओ और नियमित पीएपी स्मीयर आधारित स्क्रीनिंग द्वारा रोका जा सकता है - जो त्वरित और लागत प्रभावी है। कुछ अन्य जैसे स्तन कैंसर और पेट के कैंसर में अनुवांशिक प्रवृत्ति हो सकती है और इन आनुवांशिक विकारों का पता आधुनिक रा िक ! परीक्षणो से लगाया जा सकता है। ऐसे रोगियों और उनके परिवार के सदस्यों को निवारक सर्जरी की पेशकश की जा सकती है जो अक्सर जीवन रक्षक होती हैं। कुछ अन्य जैसे फेफड़े के कैंसर और सिर और गर्दन के कैंसर को धूम्रपान और तंबाकू के सेवन को छोडकर रोका जा सकता है। कैंसर से बचाव के तरीके के बारे में अधिक जानकारी के लिए किसी ऑकोलॉजिस्ट से संपर्क करें। वर्तमान में उपलब्ध उपचार आधुनिक विज्ञान उपचार प्रदान करता है प्रणालीगत उपचार (कंमोथेरेपी, हार्मोनल थेरेपी, लक्षित थेरेपी, इम्यूनोथेरेपी और अब यहां तक कि कार्ट सेल थेरेपी) सहित कैंसर सर्जरी और विकिरण चिकित्सा, कैंसर के सभी उपलब्ध प्रभावी इलाज और नियंत्रण। किससे परामर्श करें मेडिकल ऑकोलॉजिस्ट, सर्जिकल ऑकोलॉजिस्ट या रेडिएशन ऑकोलॉजिस्ट जैसे कैंसर के उपचार से निपटने वाला एक योग्य और अनुभवी डॉक्टर। उपचार वित्त सभी प्रमुख सरकारी अस्पतालों में कैंसर की रोकथाम और उपचार की सुविधाएँ उपलब्ध हैं और उत्तर प्रदेश राज्य में निजी अस्पताल और मेडिकल कॉलेज। उपचार - कई राज्य वित्तपोषित सरकारी अस्पतालों में सब्सिडी,“ बिना शुल्क मांगा जा सकता है। मेडिकल कॉलेज | कई निजी अस्पतालों में सीएम फंड, सीजीएचएस, ईएसआईसी, पीएमजेएवाई (आयुष्मान भारत योजना) जैसी विभिन्‍न सरकारी योजनाओं संगठन भी रोगी उपचार में योगदान करते हैं, रोगी अपने ऑकोलॉजिस्ट से उसी के संबंध में सहायता और मार्गदर्शन ले सकते हैं। 

भ्रांतियों को दूर करना : सच्चाई 1. बायोप्सी कैंसर की आक्रामकता को नहीं बढाती है। 2. समय पर पता चलने पर कैंसर 100 इलाज 100% इलाज योग्य है। 3. कैंसर गैर-संक्रामक है : यह एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में नहीं फैलता है। 1. कैंसर को ठीक करने का दावा करने वाले हर्बल उत्पाद अभी भी वैज्ञानिक साहित्य के अनुसार सिद्ध नहीं हुए है।