यज्ञशाला में महायज्ञ समापन के एक दिन पहले उमडा मन मोहने वाला भक्तों का हुजूम




मां पीतांबरा 108 कुंडीय महायज्ञ के आठवें दिन  झूलेलाल वाटिका  गोमती नदी के किनारे महायज्ञ कार्यक्रम में  लखनऊ एवं लखनऊ से बाहर के सनातन प्रेमियों का आगमन परिवार सहित रहा  कार्यक्रम के पहले उद्घोष के साथ लगातार चलता रहा ।



 यज्ञ समिति मीडिया प्रभारी अभय उपाध्याय ने बताया आदि गंगा गोमती के तट पर समग्र भारत को सर्वोच्च शिखर पर ले जाने के संकल्प लेकर सूर्य की पहली किरण के साथ सनातन प्रेमियों का हुजूम अपनी धर्म परंपराओं को पुनर्स्थापित करने के उद्देश्य से यज्ञ स्थल पर आने-जाने का सिलसिला चल रहा है



 एवं सभी सनातन प्रेमी बड़े उत्साह के साथ यज्ञ पूजन विधि में भाग ले रहे हैं । इसी क्रम में उत्तर प्रदेश सरकार के उप मुख्यमंत्री माननीय केशव प्रसाद मौर्य जी यज्ञ की विधिक पारंपरिक वेशभूषा मेंअत्यंत सादगी के साथ महायज्ञ के मुख्य गेट पर ही अपने वाहन से उतर कर बगैर अपने सुरक्षा कमांडो के साथ सर्वप्रथम महाराज जी से मिलने गए फिर उनसे मिलकर महाराज जी के साथ पैदल चलकर यज्ञ स्थल पहुंचे और यज्ञ आहुतियों को पूर्ण किया और समस्त संतों का आशीर्वाद प्राप्त किया और कहा कि लखनऊ में वाक्य में चल रहे इस महायज्ञ को देखकर प्रयाग का कुंभ की छवि स्मरण आती है ऐसे विश्वकल्याण एवं लोक कल्याण की कामना को लेकर किए गए यज्ञ को पूरे प्रदेश भर में किया  जाना चाहिए ।



 आज के कार्यक्रम में 101 बाल्मिकि समाज के परिवारों ने महायज्ञ कार्यक्रम में बड़े उत्साह और श्रद्धा के साथ यज्ञाहुति डाली  एवं आज उत्तर प्रदेश शासन में ऊर्जा एवं नगर विकास मंत्री माननीय ए के शर्मा जी ने भी अत्यंत सादगी के साथ महायज्ञ कार्यक्रम में अपनी आहुतियां डाली और संतों का आशीर्वाद प्राप्त किया और बताया कि लखनऊ के इस वीराने स्थान को इस आयोजन में भव्यता प्रदान कर दी है। वास्तव में यह कार्यक्रम मन को मोह लेने वाला है। आज  श्रीराम कथावाचक सुधीरानंद जी ने अपनी रामकथा को संपूर्ण किया ! मीडिया प्रभारी अभय उपाध्याय जी ने बताया कि आने वाले कल 30 जनवरी 2023 को महायज्ञ कार्यक्रम के आखिरी दिन कल सुबह से  पूर्णाहुति कार्यक्रम आरंभ हो जाएगा यह कार्यक्रम कल सुबह 9:00 बजे से प्रारंभ होकर 12:00 बजे तक चलेगा जिसमें सभी भक्तजनों से अनुरोध है के अपने साथ पीली कांच की चूड़ियां , फल, पीले फूल, माला,पीला सिंदूर, पीली साड़ी एवं सूखा नारियल लेकर अवश्य आएं !  प्रतिदिन लगभग पांच हजार भक्तों के लिए सीता रसोई में भंडारे की व्यवस्था की जाती है जिसमें अलग-अलग प्रकार के व्यंजन भंडारे के रूप में वितरित होता है। यज्ञ स्थल पर पूजन सामग्री स्वदेशी सामग्री चाय नाश्ते एवं लघु उद्योग संबंधित कई प्रकार की दुकानें भी है। दोपहर में 12 बजे से अयोध्या के कथा वाचक श्री मनु जी महाराज एवं सायं 6 बजे से काशी से आए श्री सुधीरानंद जी महाराज की रसमय रामकथा का नित्य हजारों की संख्या में भक्तगण श्रवण करते हैं। यज्ञ समिति द्वारा पहले दिन से ही यज्ञशाला में प्रवेश हेतु पुरुषों के लिए धोती  एवं महिलाओं के लिए मंगल वेश की अनिवार्यता  कड़ाई से पालन की जा रही है। आज मुख्य रूप से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय गौ संवर्धन संयोजक अजीत महापात्रा अवध प्रांत के सह प्रांत प्रचारक मनोज जी प्रचारक राज किशोर जी रविशंकर जी प्रशांत भाटिया रेशु भाटिया अखिलेश द्विवेदी मुकेश मर्चेंट अनुज गुप्ता राहुल वाल्मीकि एवं अन्य सम्मानित श्रद्धालु जन उपस्थित रहे।