सचिवालय से रिटायर्ड बुजुर्ग की जमीन पर दबंग का कब्जा, 60 लाख की जमीन को 4 लाख में धोखे से लिखवाया ज्ञापन देकर पीड़ित ने सीएम से लगाई गुहार



लखनऊ। सचिवालय से रिटायर्ड 87 साल के बुजुर्ग हीरा सिंह की बीघे की जमीन को भूमाफिया राम मिलन सिंह जबरन बैनामा करना चाहता है।इसको लेकर  ज्ञापन देकर पीड़ित ने मुख्यमंत्री  से  गुहार लगाई लगाई है। भू माफिया के परेशान बुजुर्ग दर-दर की ठोकरें खाने को विवश हैं। मामला राजधानी के मोहनलालगंज तहसील में दाउदनगर का है। जहां खसरा संख्या 0268 की डेढ़ बीघे जमीन को भूमाफिया राममिलन सिंह पुत्र जगमोहन सिंह द्वारा जबरन कब्जा कर लिया गया है। विरोध जताने पर जमीन के असली मालिक बुजुर्ग हीरा सिंह को जानमाल की धमकी दी जा रही है। 87 साल की उम्र में हीरा सिंह ठीक से सुन भी नहीं पा रहे हैं और चलने में असमर्थ हैं। 

चार साल पहले पत्नी के इलाज के लिए हुआ था सौदा

बुजुर्ग हीरा सिंह अपनी और परिवार की जीविका पेंशन के भरोसे चला रहे हैं। 2019 में उनकी पत्नी गंभीर रूप से बीमार हुई तो उनके पास इलाज के लिए पैसे नहीं थे। मजबूरी में उन्होंने अपनी जमीन को बेचने का निर्णय लिया। बुजुर्ग हीरा सिंह ने जमीन बेचने के लिए गांव के ही अपने पुराने जानने वाले राम मिलन सिंह से मुलाकात की। राम मिलन सिंह ने अच्छे रेट में जमीन को विकवाने का वादा किया और 60 लाख में सौदा तय किया गया। करार के मुताबिक अग्रिम भुगतान 5 लाख में तय हुआ और बाकी के 55 लाख 12 महीने के अंदर देने का वादा किया गया। लेकिन राम मिलन सिंह अपने वादे से मुकर गया और अग्रिम राशि भी नहीं दी ।  जबकि डेढ़ बीघा जमीन में से उसने 5 बिसवा जमीन बेच दी जिसमें राम मिलन सिंह को 3 लाख कमीशन के रूप में मिले।

बेटे की हो गई मौत

इस बीच अपनी पत्नी के इलाज की जुगत में लगे हीरा सिंह को 2021 में गहरा आघात लगा जब उनके पुत्र अरविंद सिंह की मृत्यु हो गई। उधर राम मिलन सिंह दबंगई दिखाते हुए जमीन का बैनामा कराने का दबाव बनाने लगा। इसके खिलाफ जनवरी 2022 में राम मिलन सिंह ने उल्टे हीरा सिंह को ही लीगल नोटिस भेज दी। 

जांच में हुआ बड़ा खुलासा

लीगल नोटिस के बाद जब मामले की जांच की गई तो पता चला कि पूरी जमीन का विक्रय मात्र 4 लाख ही दिखाया गया है। हीरा सिंह ने तहसील से रजिस्टर्ड एग्रीमेंट की सर्टिफाइड कॉपी भी निकलवाई। जिसमें राम मिलन सिंह के द्वारा फ्रॉड किए जाने का खुलासा हुआ। राम मिलन सिंह ने धोखा देकर चार लाख वाले रजिस्टर्ड एग्रीमेंट में सिग्नेचर करा लिए। राम मिलन सिंह के फ्रॉड का इससे बड़ा सबूत क्या हो सकता है कि कोई 60 लाख रुपए की कीमत वाली जमीन को 4 लाख में कैसे बेचेगा। 

बहू के नाम करनी चाही जमीन तो करवा दिया खारिज

अपने इकलौते बेटे की मृत्यु के बाद हीरा सिंह ने कोई और सहारा न होने पर अपनी बहू के नाम जमीन करानी चाही तो राम मिलन सिंह ने आपत्ति लगाकर उसको भी खारिज करवा दिया। अब राममिलन सिंह झूठा केस बना कर हीरा सिंह पर दबाव बना रहा है कि कुल राशि 4 लाख रुपये में से शेष 2 लाख में ये ज़मीन उसको दे दे।

दर दर लगा रहे गुहार

अपने इकलौते बेटे को गंवाने के बाद अपनी  विधवा बहू को लेकर हीरा सिंह दर-दर की ठोकरें खाने को विवश हो रहे हैं। इस मामले में हीरा सिंह ने कार्यवाही के लिए एसीजेएम 6 कोर्ट में प्रार्थना पत्र देकर भी न्याय की गुहार लगाई है।