जेईई परीक्षा 2021 से हिंदी, गुजराती समेत 11 क्षेत्रिय भाषाओं में आयोजित होगी




साल 2021 से ज्वाइंट एंट्रेंस एग्जाम (जेईई) हिंदी और गुजराती समेत 11 भाषाओं में आयोजित होगा। मानव संसाधन एवं विकास मंत्रालय ने नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) को निर्देश देते हुए परीक्षा का आयोजन क्षेत्रीए भाषाओं में करने को कहा है। इन भाषाओं में आसामी, बंगाली, अंग्रेजी, गुजराती, हिंदी, कन्नड़, मराठी, उड़िया, तमिल, तेलुगू और उर्दू शामिल हैं। 


पश्चिम बंगाल के उच्च शिक्षा डिपार्टमेंट ने एनटीए को लिखे आवेदन में बंगाली भाषा को जेईई परीक्षा 2020 के माध्यम में शामिल करने की मांग की थी। मानव संसाधन एवं विकास मंत्रालय ने इसे 2021 से लागू करने की बात कही है। 2020 की परीक्षा के लिए शेड्यूल तैयार किए जा चुके हैं इसलिए बदलाव 2021 से लागू होंगे।


मंत्रालय के मुताबिक, इससे छात्रों को अंग्रेजी या हिंदी माध्यम को स्थानांतरित करने के बजाय अपनी मातृभाषा में स्कूली शिक्षा जारी रखने में मदद मिलेगी। एमएचआरडी ने एनटीए से यह भी कहा है कि जितना संभव हो उतनी भाषाओं में प्रतियोगी परीक्षाओं का आयोजन किया जाए।


जेईई (मेन्स) परीक्षा के जरिए उम्मीदवारों को नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (एनआईटी), इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (आईआईटी) में इंजीनियरिंग और आर्किटेक्चर के अंडर ग्रेजुएट कोर्स में दाखिला दिया जाता है।