राष्ट्रपति भवन भी नहीं रहा सुरक्षित, पानी का पाइप चोरी


अति सुरक्षित माने जाने वाला राष्ट्रपति भवन व उसके आसपास का इलाका भी अब सुरक्षित नहीं रहा। चोर राष्ट्रपति भवन के गेट से पानी के पाइप चुराकर ले गए। बिल्डर की शिकायत पर चाणक्यपुरी थाना पुलिस ने मामला दर्जकर जांच शुरू की। 


 

प्रधानमंत्री रूट के लगे सीसीटीवी कैमरों से खुलासा हुआ कि आरोपी बेखौफ होकर कंटेनर में डालकर पाइप ले गए। सीसीटीवी कैमरों से पुलिस आरोपियों तक पहुंची। आरोपी स्विफ्ट डिजायर कार से पाइप चोरी करने आए थे।  

नई दिल्ली जिला पुलिस अधिकारियों के अनुसार जोरबाग से राष्ट्रपति भवन के लिए पानी की पाइपलाइन डाली जा रही है। इस कारण काफी पाइप राष्ट्रपति भवन के गेट नंबर 23 और 24 के पास मदर टेरेसा क्रेसेंट रोड पर पड़े थे। बिहेस नाम की कंपनी पाइपलाइन डालने का काम कर रही है। कंपनी के मालिक अरुण जैन ने देखा कि करीब 21 पाइप चोरी हो गए हैं। बिल्डर ने इसकी शिकायत चाणक्यपुरी थाना पुलिस से की। 

मामला दर्जकर चाणक्यपुरी थानाध्यक्ष उगेश कुमार की देखरेख में एएसआई जयप्रकाश, डालचंद, हवलदार विनोद व जितेंद्र की टीम ने तफ्तीश शुरू की। प्रधानमंत्री रूट के लिए इस मार्ग पर सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं। हवलदार विनोद ने सीसीटीवी कैमरों की फुटेज को खंगाला तो पता लगा कि चोर कंटेनर में डालकर पाइप ले गए हैं। आरोपी कंटेनर के साथ स्विफ्ट डिजायर कैब से आए थे।  

चाणक्यपुरी थाना पुलिस ने कैब के रजिस्ट्रेशन नंबर के आधार पर चारों आरोपी आजमगढ़, यूपी निवासी अजय (31), बिहार निवासी, मिथिलेश (38), उबर कैब चालक अमेठी, यूपी निवासी राकेश कुमार तिवारी (34) और कैब ड्राइवर करावल नगर, दिल्ली निवासी गुड्डू खान (30) को दिल्ली से गिरफ्तार कर लिया। अजय इस गिरोह का सरगना है। 

आरोपियों ने पूछताछ में बताया कि उन्होंने पाइप को मेरठ में कई लाख रुपये में बेच दिया। पुलिस ने तीनों आरोपियों को बुधवार को कोर्ट में पेश किया। पुलिस ने अजय को पुलिस रिमांड पर लिया है, बाकी आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।