बिहार के बेतिया जिले के भितिहरवा आश्रम में कन्हैया कुमार हिरासत में


 

बिहार के बेतिया जिले के भितिहरवा आश्रम में जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार को हिरासत में लिया गया। जिसके बाद उन्हें रिहा कर दिया गया। कन्हैया कुमार ने ट्वीट करते हुए कहा कि "गांधी-आश्रम (चम्पारण) में जनता के शांतिपूर्ण धरना-प्रदर्शन के आगे झुकते हुए प्रशासन ने हिरासत-आदेश को रद्द कर दिया है और सीएए-एनआरसी-एनपीआर के विरोध में एक महीने की जन-मन-गण यात्रा अपने तयशुदा कार्यक्रम के अनुसार शुरू हो गई है। आज बेतिया और मोतिहारी में जन-सभाओं का आयोजन होगा"।
 

कन्हैया भितिहरवा आश्रम में ‘संविधान बचाओ-नागरिकता बचाओ यात्रा की शुरूआत करने वाले थे। यह यात्रा पश्चिमी चंपारण के बापूधाम से शुरू होकर 29 फरवरी को पटना के गांधी मैदान में खत्म होनी थी। इसी दिन सीएए-एनआरसी और एनपीआर के विरोध में गांधी मैदान में महारैली का आयोजन किया जाना था।

यात्रा की शुरुआत में सीपीआई नेता कन्हैया एक सभा को संबोधित करने वाले थे लेकिन पश्चिमी चंपारण के एसडीएम का कहना है कि कन्हैया को सार्वजनिक बैठक की अनुमति नहीं दी गई है। जेएनयू के पूर्व छात्र को डीएम से भी इजाजत नहीं मिली थी। वह यात्रा की शुरुआत के लिए बेतिया पहुंचे थे जहां से उन्हें हिरासत में ले लिया गया। 

 

इमाम की गिरफ्तारी पर बोले कन्हैया- ‘शरजील पर मुकदमा तो अनुराग ठाकुर पर क्यों नहीं’


देश के कई हिस्सों में भड़काऊ भाषण देने के आरोपी शरजील इमाम की गिरफ्तारी पर कन्हैया कुमार ने केंद्र सरकार को निशाने पर लिया है। एक प्रेस वार्ता में कन्हैया कुमार ने केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर के विवादित भाषण का जिक्र करते हुए कहा कि अगर शरजील पर मुकदमा तो अनुराग ठाकुर पर ऐसा बयान देने के लिए देशद्रोह का मुकदमा क्यों नहीं दर्ज हुआ। 

इसलके अलावा कन्हैया ने कहा कि नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) आग में तेल डालने का काम कर रहा है। महाराष्ट्र के परभणी के पाथरी में मंगलवार को सीएए और राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) के खिलाफ रैली को संबोधित करने के दौरान कन्हैया ने आरोप लगाया कि मोदी और शाह ने गुजरात चुनावों के दौरान हिंदू और मुस्लिमों के बीच टकराव पैदा करने की कोशिश की थी। अब वही हथकंडा वे देश में आजमा रहे हैं।