छठ पर्व पर आपत्तिजनक बयान को लेकर राज ठाकरे के खिलाफ वारंट, 18 फरवरी को होना होगा पेश


महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (एमएनएस) के प्रमुख राज ठाकरे के लिए वारंट जारी किया गया है. छठ पर्व पर आपत्तिजनक बयान को लेकर रांची सिविल कोर्ट ने एमएनएस प्रमुख राज ठाकरे के खिलाफ वारंट जारी किया है. राज ठाकरे के खिलाफ शिकायत स्थानीय निवासी अंखुरी अंजनी कुमार ने दायर कराई.


वारंट चीफ ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट फहीम किरामनी की अदालत द्वारा जारी किया गया. अदालत ने राज ठाकरे को 18 फरवरी 2020 को पेश होने को कहा है.


राज ठाकरे की छवि उत्तर भारतीयों के खिलाफ अपमानजक और भड़काऊ बातें करने वाले राजनेता के तौर पर रही है. साल 2008 में छठ पूजा को लेकर दिए उनके विवादित बयान ने काफी तूल पकड़ा था जिसकी वजह से उन्हें केस का भी सामना करना पड़ा था. 


छठ पूजा को लेकर दिए बयान के बाद उत्तर भारतीयों में उनके खिलाफ गुस्सा पनपने लगा था. बयान के बाद उनके खिलाफ कई मामले भी दर्ज कराए गए थे.


छठ बयान पर सफाई दे चुके हैं राज ठाकरे


2008 में जब छठ पर विवादित बयान बढ़ा तो उद्धव ठाकरे बैकफुट पर आ गए थे. एफआईआर और कोर्ट केस होने के बाद उन्होंने कहा था कि मैं किसी भी पूजा के खिलाफ नहीं हूं और ना ही छठ पर्व पर मेरा कोई विरोध है. मेरा विरोध छठ को लेकर होनेवाली राजनीति से है.


तभी राज ठाकरे ने कहा था कि उत्तर भारतीय नेता अपने यहां से लोगों को महाराष्‍ट्र भेज कर राज्‍य में राजनीतिक जमीन तैयार कर रहे हैं . इसलिए मैं राज्‍य सरकार और बीएमसी से गुजारिश करता हूं कि वो बाहर के लोगों को आने से रोकें. छठ बयान पर राज ठाकरे यह भी कहा था कि उनके बयानों को तोड़ मरोड़ कर पेश किया गया था और विद्वेष फैलाने की कोशिश की गई थी.