गणतंत्र दिवस के मौके पर दिए जाने वाले पद्म श्री पुरस्कारों का ऐलान


 


गणतंत्र दिवस के मौके पर दिए जाने वाले पद्म श्री पुरस्कारों का ऐलान कर दिया गया है. इस बार 7 हस्तियों को पद्म विभूषण, 16 को पद्म भूषण और 118 को पद्मश्री से सम्मानित किया गया है. पद्म विभूषण पाने वालों में पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली और पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज का भी नाम है. वहीं पीवी सिंधु और मनोहर पर्रिकर को पद्म भूषण से नवाजा जाएगा. 118 हस्तियों को पद्म श्री पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा, जिनमें लंगर बाबा जगदीश लाल आहूजा, सामाजिक कार्यकर्ता जावेद अहमद टेक,  सामाजिक कार्यकर्ता सत्यनारायण मुनडयूर, सामाजिक कार्यकर्ता एस रामकृष्ण, सामाजिक कार्यकर्ता योगी एरोन को इस पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा. वहीं, 1984 भोपाल गैस त्रासदी के कार्यकर्ता अब्दुल जब्बार को भी मरणोपरांत इस सम्मान से नवाजा जाएगा.


इन्हें मिला पद्म विभूषण


जॉर्ज फर्नांडिस (मरणोपरांत), अरुण जेटली (मरणोपरांत), सर अनिरुद्ध जुगनाथ, एमसी मैरी कॉम, छन्नूलाल मिश्रा, सुषमा स्वराज (मरणोपरांत), पेजावरा मठ के महंत श्री विश्वेशा (मरणोपरांत).


पद्म भूषण से नवाजी गईं ये हस्तियां


मुमताज अली, सैयद मुआजेम अली (मरणोपरांत), मुजफ्फर हुसैन बेग, अजय चक्रवर्ती, मनोज दास, बालकृष्ण दोषी, कृष्णाम्मल जगन्नाथन, एससी जमिर, अनिल प्रकाश दोषी, सेरिंग नंडोल, आनंद महिंद्रा, नीलकंठ रामकृष्ण माधव मेनन (मरणोपरांत), मनोहर पर्रिकर, प्रो जगदीश सेठ, पीवी सिंधु, वेणु श्रीनिवासन



इन्हें मिलेगा पद्मश्री


जगदीश लाल आहूजा, मोहम्मद शरीफ, जावेद अहमद टाक, तुलसी गोडा, सत्यनारायण मुंदयूर, अब्दुल जब्बार, उषा चौमार, पोपटराव पवार, हरेकाला हजब्बा, अरुणोदय मंडल, राधामोहन और साबरमती, कुशल कोनवार शर्मा, त्रिनिती सावो, रविकन्नन, एस रामकृष्णन, सुंदरम वर्मा, मुन्ना मास्टर, योगी आर्यन, राहीबाई सोमा पोपेरा, हिम्मत राम भांभू, मोझ्झिकल पंकजाक्षी, कंगना रनौत, एकता कपूर, करण जौहर समेत 118 हस्तियों को पद्मश्री दिया जाएगा.


फ्री में भोजन मुहैया कराते हैं


जगदीश आहूजा को लंगर के लिए जाना जाता है. वह रोजाना पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च, चंडीगढ़ में गरीब मरीजों और उनके तीमारदारों को फ्री में भोजन मुहैया कराते हैं. साथ ही मरीजों को आर्थिक सहायता से लेकर कंबल और कपड़े तक अन्य सहायता मुहैया कराते हैं. उन्होंने 1980 के दशक में मुफ्त भोजन परोसना शुरू कर दिया था. वह वर्ष 2000 में PGIMER चल आए थे और वहीं 15 सालों तक रोजाना 2,000 से अधिक लोगों की सेवा कर रहे हैं.


लावारिस शवों का अंतिम संस्कार


मोहम्मद शरीफ को चाचा शरीफ भी कहा जाता है. इन्होंने पिछले 25 सालों में फैजाबाद और उसके आस-पास 25,000 से ज्यादा लावारिस शवों का अंतिम संस्कार किया है. इन्होंने कभी भी धर्म के आधार पर अंतर नहीं किया, बल्कि व्यक्ति के धार्मिक मान्यताओं के आधार पर अंतिम संस्कार करते आए हैं.


Encyclopedia of Forest


तुलसी गोडा एक नामी भारतीय पर्यावरणविद् है. इन्हें Encyclopedia of Forest कहा जाता है. तुलसी गोडा पिछले 60 सालों में हजारों पौधे लगा चुकी हैं. वे निरक्षर हैं, हालांकि उन्होंने पर्यावरण को संरक्षित करने की दिशा में अहम योगदान दिया है. उनके काम को सरकार और कई संगठनों ने सम्मानित भी किया है.