केरल फैमिली कोर्ट के आदेश पर SC की रोक,गायिका अनुराधा पौडवाल को राहत


सुप्रीम कोर्ट ने जानीमानी गायिका अनुराधा पौडवाल को बड़ी राहत दी है। उनकी बेटी होने का दावा करने वाली एक महिला करमाला मोडेक्स की याचिका पर केरल के तिरुअनंतपुरम फैमिली कोर्ट में शुरू हुई सुनवाई पर शीर्ष कोर्ट ने गुरुवार को रोक लगा दी।


प्रधान न्यायाधीश एसए बोबडे की अगुआई वाली पीठ ने मामले को तिरुअनंतपुरम से मुंबई स्थानांतरित करने की पौडवाल की याचिका पर 46 वर्षीय महिला को नोटिस भी जारी किया। महिला ने तिरुअनंतपुरम की अदालत में याचिका दाखिल कर दावा किया था कि वह अनुराधा पौडवाल की पुत्री है। उसने कथित तौर पर सही बचपन और जीवन स्तर नहीं मिलने के लिए अपने जन्म देने वाले माता-पिता से 50 करोड़ रुपये का मुआवजा मांगा।


गौरतलब है कि शहर निवासी करमाला मोडेक्स ने दावा किया था कि पौडवाल ने उसे 1974 में पोन्नाचन और आग्नेस नामक दंपती को सौंप दिया था जिन्होंने उसका पालन-पोषण किया। दावा किया गया कि पौडवाल अपने काम में व्यस्त रहती थीं और उस समय संतान नहीं चाहती थीं, इसलिए उन्होंने ऐसा किया। पद्मश्री और राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार से सम्मानित पौडवाल का विवाह संगीतकार अरुण पौडवाल से हुआ था।


मोडेक्स के वकील ने कहा था कि उन्होंने मामला दर्ज कराने से पहले गायिका से संपर्क की कोशिश की थी, लेकिन उन्हें कभी कोई जवाब नहीं मिला। तिरुअनंतपुरम के फेमिली कोर्ट ने पौडवाल और उनके दोनों बच्चों से 27 जनवरी को व्यक्तिगत रूप से पेश होने को कहा था। मोडेक्स ने मांग की है कि उसे पौडवाल की कानूनी पुत्री घोषित किया जाए। उसने दावा किया है कि वह गायिका की एक चौथाई संपत्ति की भी हकदार है।


 


महिला के वकील के मुताबिक उसने खुद को हुए नुकसान की भरपाई के लिए 50 करोड़ रुपये का मुआवजा भी मांगा। मोडेक्स ने कहा था कि वह केवल दसवीं तक ही स्कूल गई, क्योंकि उसे पालने वाले माता-पिता को चौथी संतान के तौर पर उसके पालने में काफी कठिनाइयां रहती थीं।


कानूनी लड़ाई जारी रखूंगी : करमाला


वहीं समाचार एजेंसी आइएएनएस के अनुसार अनुराधा पौडवाल को सुप्रीम कोर्ट से मिली राहत के बाद उनकी पुत्री होने का दावा करनेवाली करमाला मोडेक्स ने कहा कि वह निराश नहीं है। वह अपनी कानूनी लड़ाई जारी रखेगी। उसने कहा, मैं अपना दावा करना जारी रखूंगी और सच्चाई सामने लाकर रहूंगी। मुझे पता चला है कि सुप्रीम कोर्ट ने तिरुअनंतपुरम कोर्ट में मेरी याचिका की सुनवाई पर रोक लगा दी है, लेकिन मैं अपनी कानूनी लड़ाई जारी रखूंगी। करमाला ने कहा, मैं सच्चाई सामने लाकर रहूंगी। मुझे पालने वाले पिता पोन्नाचन ने बताया था कि मैं गायिका की बेटी हूं और तभी से मैं सत्य का पता लगाने की लड़ाई लड़ रही हूं।