खनन घोटाले का आरोपी गायत्री प्रजापति का हंगामा, मौज खत्म, भेजे गए जेल


खनन घोटाले व रेप के आरोपी गायत्री प्रसाद प्रजापति के परिवारीजनों ने शुक्रवार शाम (किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी) केजीएमयू में जमकर हंगामा किया। वे शनिवार को एमआरआई होने के बाद डिस्चार्ज करने की मांग कर रहे थे, लेकिन जेल प्रशासन के कहने पर केजीएमयू प्रशासन ने उन्हें डिस्चार्ज कर दिया।


आरोपी गायत्री प्रजापति मई 2019 से केजीएमयू के प्राइवेट वार्ड में भर्ती हैं। उन्हें रीढ़ में दर्द, पेशाब करने में दिक्कत के साथ गंभीर संक्रमण की समस्या है। जेल से उन्हें केजीएमयू भेजा गया था। केजीएमयू प्रशासन की ओर से इससे पहले दो बार लिखकर दे दिया था कि उनका इलाज जेल के अस्पताल में हो सकता है। बीच बीच में यहां चेकअप के लिए आते रहेंगे। इसके बाद भी उन्हें नहीं ले जाया गया। शनिवार को जेल के उच्चाधिकारियों के निर्देश पर उन्हें यहां से ले जाने की रणनीति बनी। 

केजीएमयू के चिकित्सक ने डिस्चार्ज फॉर्म भरा तो उनके परिजन हंगामा करने लगे। वे प्राइवेट वार्ड का बकाया करीब 20 हजार देने को राजी नहीं हुए। साथ ही यह भी मांग करने लगे कि शनिवार को होने वाली एमआरआई हो जाए तब डिस्चार्ज किया जाए। हंगामा बढ़ने पर वजीरगंज पुलिस बुला ली गई। कुछ देर बाद केजीएमयू के सीएमएस डॉ. एसएन शंखवार मौके पर पहुंचे। समझा बुझाकर शांत कराया। 

तय हुआ कि बकाया उनके परिवारीजन दो-तीन दिन में दे देंगे। साथ ही जरूरत पड़ी तो केजीएमयू के डॉक्टर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जेल के डॉक्टरों को सलाह देते रहेंगे। इस पर पुलिस गायत्री को लेकर जेल चली गई। सीएमएस डॉ. शंखवार ने बताया कि गायत्री प्रजापति को डिस्चार्ज कर दिया गया है। जब भी जरूरत पड़ेगी जेल अस्पताल की टीम मदद मांगेगी तो इलाज में उनका सहयोग किया जाएगा।