दिल्ली हिंसा में मृतकों की संख्या शुक्रवार को बढ़कर 42 पहुंच गई। धुएं का गुबार छंटने के बाद शहर में तीन दशक के सबसे बुरे हिंसा से हुआ वास्तविक नुकसान अब सामने आ रहा है। वहीं आशंकाओं के बीच लोग काम के लिए घरों से बाहर निकलते दिखे और हिंसा प्रभावित इलाकों में कुछ दुकानें एवं अन्य प्रतिष्ठान भी खुले। निगम कर्मी जहां चार दिन की हिंसा के बाद उत्तर-पूर्व दिल्ली की सड़कों एवं गलियों से पत्थर, कांच के टुकड़े और मलबे साफ करते दिखे वहीं कुछ दुकानदार अपनी जली हुई और टूटी-फूटी दुकानों का मायूसी से मुआयना करते नजर आए। पुलिस और अर्द्धसैनिक बल के कर्मी मस्जिदों में जुमे की नमाज के मद्देनजर सख्त चौकसी बरतते नजर आए।
123 एफआईआर दर्ज, 630 लोग गिरफ्तार
एमएस रंधावा, पीआरओ, दिल्ली पुलिस ने जानकारी दी है कि पुलिस ने उत्तर पूर्वी दिल्ली में हुई हिंसा में अब तक 123 एफआईआर दर्ज की हैं, लगभग 630 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
दीपक दहिया का बयान
दीपक दहिया, पुलिसकर्मी जिनपर शाहरुख (मौजपुर में गोली चलाने वाला शख्स) ने बंदूक तानी थी। उन्होंने कहा कि मैंने उसे अपनी ओर भागते हुए देखा, मैंने अपनी छड़ी दिखाकर उसे डराने की कोशिश की। वह विचलित हो गया और सड़क की दूसरी तरफ एक राउंड गोली चलाई और वहां से भाग गया।