दिल्ली से लेकर अलीगढ़ तक संशोधित नागरिकता कानून के खिलाफ उपद्रव, दो मेट्रो स्टेशन बंद


नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ दिल्ली और अलीगढ़ में उपद्रव हुआ। एहतियातन सोमवार को दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन ने जफराबाद और मौजपुर-बाबरपुर को बंद कर दिया है। इन दोनों स्टेशनों पर ट्रेनें नहीं रुकेंगी। इसके साथ ही दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने सीलमपुर से मौजपुर के रास्तों पर यातायात आवाजाही के लिए बंद कर दिया है।


दिल्ली के मौजपुर में रविवार को सीएए के विरोधी और समर्थक आपस में भिड़ गए। दोनों पक्षों की ओर से एक घंटे तक पत्थरबाजी हुई। पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़कर दोनों पक्षों को तितर-बितर किया। पथराव में 12 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं, जिन्हें अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। इलाके में शाम तक तनाव का माहौल था। 

मौके पर बड़ी तादाद में पुलिस और अर्द्धसैनिक बलों को तैनात कर दिया गया है। एहतियात के तौर पर जाफराबाद के बाद मौजपुर और बाबरपुर मेट्रो स्टेशनों के एंट्री व एग्जिट गेट बंद कर दिए गए। चांद बाग में भी दो पक्षों में हल्का पथराव हुआ। यहां भी पुलिस को हल्का बल प्रयोग कर हालात नियंत्रित करने पड़े।

पुलिस के मुताबिक, सीएए व एनआरसी के विरोध में जाफराबाद इलाके में डेढ़ महीने से महिलाएं धरना दे रही हैं। शनिवार रात महिलाएं मेट्रो स्टेशन के नीचे सड़क पर बैठ गईं, जिससे इलाके में भारी जाम लग गया। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर प्रदर्शनकारियों को खदेड़ा, लेकिन रविवार सुबह महिलाओं ने मेट्रो स्टेशन के नीचे की सड़क को एक तरफ से बंद कर दिया और नारेबाजी करने लगीं। 

देखते ही देखते बाबरपुर, मौजपुर से भी प्रदर्शनकारी वहां पहुंचने लगे। इस बीच दोपहर करीब ढाई बजे भाजपा नेता कपिल मिश्रा ने ट्वीट कर समर्थकों को तीन बजे मौजपुर पहुंचकर सीएए के समर्थन में एकजुट होने का आह्वान किया। जब यहां कपिल मिश्रा के समर्थक जुटने लगे तो मौजपुर की ओर से आ रहे सीएए के विरोधियों ने पथराव शुरू कर दिया।


पुलिस को तीन दिन का अल्टीमेटम



कपिल मिश्रा ने दिल्ली पुलिस को तीन दिन का अल्टीमेटम दिया है। उन्होंने कहा कि जाफराबाद और चांद बाग की सड़कें खाली कराएं, अन्यथा इसके बाद हमें मत समझाना। हम आपकी भी नहीं सुनेंगे। ये लोग यही चाहते हैं कि दिल्ली में आग लगी रहे। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के जाने तक तो हम इंतजार कर रहे हैं। इसके बाद हमें कोई नहीं रोक पाएगा।

अलीगढ़: पुलिस पर पथराव व फायरिंग, एक युवक को लगी गोली
अलीगढ़ के ऊपरकोट, बाबरी मंडी, शाहजमाल और चरखवालान में सीएए के खिलाफ प्रदर्शन हिंसक हो गया। लोगों ने पुलिस पर पथराव, फायरिंग और आगजनी की। वहीं, ऊपरकोट कोतवाली इंस्पेक्टर की कार पर पथराव कर दिया, जिसमें वह बाल बाल बच गए। इसके बाद पुलिस ने लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले छोड़े। इस बीच, एक प्रदर्शनकारी को गोली लग गई, जिसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। घायल की पहचान हार्डवेयर कारोबारी तारिक के रूप में हुई है। वहीं, सोशल मीडिया पर अफवाह रोकने के लिए 24 घंटे के लिए इंटरनेट को बंद कर दिया गया है।

दिल्ली में पथराव की खबर के बाद बिगड़ी स्थिति  
दरअसल, दिल्ली में पथराव की खबर से अलीगढ़ के प्रदर्शनकारियों में आक्रोश भड़क गया। दोपहर तीन बजे के करीब जाफराबाद और मौजपुर में पथराव की सूचना सोशल मीडिया पर वायरल र्हुई। इस पर स्थानीय लोगों को गुस्सा और बढ़ा। स्थिति पर काबू पाने के लिए पुलिस, पीएसी, दंगा नियंत्रण वाहन और आरएएफ लगातार गश्त कर रहे हैं।

शाहीन बाग में असुविधा के लिए पुलिस जिम्मेदार: हबीबुल्ला
पूर्व सूचना आयुक्त वजाहत हबीबुल्ला ने सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दाखिल कर कहा, शाहीन बाग में विरोध प्रदर्शन शांतिपूर्ण है। पुलिस ने शाहीन बाग के आसपास के पांच स्थानों पर नाकेबंदी की है। अगर इन बैरिकेड्स को हटा दिया जाता है तो ट्रैफिक सामान्य हो जाएगा। पुलिस ने अनावश्यक तौर पर सड़कों को बंद किया है, जिसकी वजह से लोगों को समस्या हो रही है। जस्टिस एसके कौल व जस्टिस केएम जोसेफ की पीठ के निर्देश पर हबीबुल्ला ने शाहीन बाग में प्रदर्शन स्थल का दौरा किया था। हबीबुल्ला, सामाजिक कार्यकर्ता सैयद बहादुर अब्बास व भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर ने सुप्रीम कोर्ट में संयुक्त रूप से हस्तक्षेप आवेदन दाखिल किया है। पीठ सोमवार को मामले की सुनवाई करेगी।