BCCI करेगा टीम के प्रदर्शन की समीक्षा ,गांगुली के कार्यकाल का पहला खराब परिणाम


सौरव गांगुली बीसीसीआई अध्यक्ष का कार्यभार संभालने से पहले ही टीम इंडिया के प्रदर्शन की समीक्षा की वकालत करते आए हैं। सुप्रीम कोर्ट की ओर से गठित प्रशासकों की समिति (सीओए) के कार्यकाल के दौरान टीम इंडिया कठिन सवालों से भले बचते आई हो, लेकिन इस बार ऐसा नहीं होने जा रहा है।

 


न्यूजीलैंड दौरे की कड़ाई से समीक्षा से की जाएगी




न्यूजीलैंड दौरे के दौरान पहले वन डे और अब टेस्ट में सूपड़ा साफ होने के बाद विराट कोहली एंड कंपनी के समक्ष बोर्ड कठिन सवाल रखेगा। बोर्ड ने साफ कर दिया है कि न्यूजीलैंड दौरे की कड़ाई से समीक्षा से की जाएगी। टीम को चुनने वाले चयनकर्ताओं और मुख्य कोच रवि शास्त्री से रिपोर्ट मांगी जाएगी।




गांगुली के कार्यकाल में पहला खराब परिणाम




इंग्लैंड में हुए विश्व कप के सेमीफाइनल में मिली हार के बाद टीम इंडिया से कड़े सवाल किए जाने की बातें सामने आई थीं, लेकिन टीम की वतन वापसी के बाद ऐसा कुछ नहीं हुआ। उस दौरान खुद सौरव गांगुली ने टीम के प्रदर्शन की समीक्षा की वकालत की थी। अब खुद गांगुली बोर्ड के अध्यक्ष हैं। फिर उनके कार्यकाल में यह टीम इंडिया का पहला खराब परिणाम सामने आया है।




कोच शास्त्री और पुराने चयनकर्ताओं से मांगी जाएगी रिपोर्ट




बोर्ड के एक पदाधिकारी ने अमर उजाला से खुलासा किया कि टीम के प्रदर्शन की समीक्षा होगी। टीम मैनेजमेंट को सवालों का जवाब देना होगा। न्यूजीलैंड में भारतीय टीम के प्रदर्शन पर कोच रवि शास्त्री और चयनकर्ताओं से रिपोर्ट मांगी जाएगी। उनकी रिपोर्ट को आधार बनाकर ही बोर्ड प्रदर्शन की समीक्षा करेगा। हालांकि यह भी सच्चाई है कि एमएसके प्रसाद समेत तीन चयनकर्ताओं का कार्यकाल समाप्त हो गया है। टीम का चयन इन चयनकर्ताओं ने किया है इस लिए रिपोर्ट भी इन्हीं से मांगी जाएगी।




इशांत की चोट भी होगी पूछताछ के दायरे में




रणजी ट्राफी के दौरान टखना मुडने के चलते चोटिल होने वाले इशांत शर्मा के एनसीए में पुर्नवास के दौरान न्यूजीलैंड में फिर से चोटिल होन के मुद्दे पर भी बोर्ड टीम मैनेजमेंट और एनसीए से बात करेगा। हालांकि बोर्ड के अधिकारी का कहना है कि तेज गेंदबाजों के साथ चोट की समस्या लगी रहती है, लेकिन फिर भी इस मामले की तह तक में जाया जाएगा। बोर्ड को मयंक अग्रवाल और पृथ्वी शॉ की नई ओपनिंग जोड़ी से ज्यादा मलाल नहीं है, लेकिन मध्य क्रम का बिखरना उसकी चिंता का सबब है। समीक्षा के दौरान यह सब कठिन सवाल विराट एंड कंपनी के सामने होंगे।