दिल्ली के शाहीन बाग में नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (एनआरसी) के खिलाफ जारी धरना प्रदर्शन को मंगलवार को हटा दिया गया. शाहीन बाग में भारी पुलिस फोर्स की तैनाती के बीच प्रदर्शनकारियों के टेंट उखाड़े गए. इसके साथ ही नोएडा-कालिंदी कुंज सड़क को भी खाली करा लिया गया. वहीं, मंगलवार देर शाम शाहीन बाग के प्रदर्शनकारियों के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज की गई है और 10 लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
मंगलवार सुबह प्रदर्शनकारियों से अपील की गई थी कि वे लॉकडाउन की स्थिति को देखते हुए प्रदर्शनस्थल से हट जाएं. महामारी कोरोना वायरस का कहर देश में जारी, लेकिन इसके बावजूद भी वे वहां से नहीं हटे. पुलिस ने 4 पुरुष और 6 महिलाओं समेत 10 लोगों को गिरफ्तार किया है.
पुलिस ने की कार्रवाई
दिल्ली पुलिस ने कोरोना वायरस और धारा-144 की दलील देते हुए एक घंटे में कार्रवाई की. पुलिस का कहना है कि हम शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शनस्थल को खाली कराना चाहते थे. हालांकि, प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि हम खुद पीछे हट गए थे, लेकिन पुलिस ने धरना स्थल में बने भारत माता के नक्शे और इंडिया गेट को क्यों हटाया. लोगों ने पुलिस के खिलाफ नारेबाजी भी की है. हालांकि, माहौल अभी तनावपूर्ण नहीं है.
कोरोना के कारण हुई कार्रवाई
दिल्ली पुलिस का कहना है कि कोरोना वायरस के कारण कई शहर लॉकडाउन में है. दिल्ली भी लॉकडाउन किया गया है. हमने शाहीन बाग के लोगों से अपील की कि वह प्रदर्शन से हट जाएं. कोरोना वायरस का खतरा यहां पर है. हमने लोगों से कहा कि वह शांतिपूर्ण तरीके से हट जाएं, ताकि लोगों की जान हिफाजत में रहे. किसी को कोई जोखिम नहीं उठाना पड़े, क्योंकि यह बहुत संक्रमण वाली बीमारी है. बाद में पुलिस ने लोगों को हटा दिया.