कहर बन कर टूटी बारिश-ओलावृष्टि ,यूपी में किसानों की फसलें चौपट,


मौसम की मार झेल रहे किसानों की अब रही सही उम्मीदों पर भी ओले पड़ गए हैं। प्रदेश में बृहस्पतिवार देर रात और शुक्रवार सुबह आंधी-बारिश और ओलावृष्टि ने फिर तबाही मचाई। बिजली, पेड़ और दीवार गिरने से जहां 33 लोगों की मौत हो गई वहीं अकेले अवध में 13 मौतें हुई हैं।

पश्चिमी विक्षोभ की वजह से एक हफ्ते में ही दूसरी बार प्रकृति की मार के कारण हजारों हेक्टेयर में खड़ी फसलें तहस-नहस हो गईं। गेहूं, चना, आलू, मटर और मसूर की 60 फीसदी फसलें खेतों में ही बर्बाद हो गईं।

अवध के कई जिलों में शुक्रवार को आंधी के बीच बारिश व ओले गिरने से 13 लोगों की मौत हो गई। अकेले सीतापुर जिले में दीवारें व छप्पर गिरने से आठ और बाराबंकी में दो लोगों की जान चली गई। बलरामपुर, अयोध्या, बहराइच में भी एक-एक मौतें हुई हैं।

बहराइच में तो बारिश-तूफान के बीच स्कूल से लौट रहे बच्चों पर बिजली का खंभा गिरने से एक मासूम की मौत हो गई जबकि कई झुलस गए। बहराइच में 33.1 जबकि लखनऊ में 12 मिमी. पानी बरसा।


सुल्तानपुर में देर रात से ही बारिश के बीच ओलावृष्टि होती रही। जिससे सड़क पर ओलों की मोटी परत बन गई


बाराबंकी के रामनगर ब्लॉक के ददौरा में ओले की चार इंच मोटी परत जम गई


सीतापुर जिले के थाना सदरपुर के गोड़ैचा क्षेत्र में जोरदार बारिश के साथ ओले गिरे।


मौसम ने किसानों को कहीं का नहीं छोड़ा। बर्बाद हुई फसल को देखकर भावुक हो गया किसान।




शुक्रवार सुबह से ही तेज हवाओं के साथ शुरू हुई बारिश से गेंहूं, सरसो, मसूर और दलहनी फसलों को भारी नुकसान।




सीतापुर के सिधौली में बारिश, ओलावृष्टि व तेज हवाओं के चलने से पेड़ गिरा। जिसके नीचे दबकर एक तहसील कर्मचारी की मौत हो गई। इसके अलावा, थाना सदरपुर के  ग्राम रुदाइन मजरा रसूलाबाद में दीवार गिरने से नीचे दबकर महिला की मौत हुई।