मानव भारती विवि ने अरबों के लेन-देन की आशंका, बांटी पांच लाख फर्जी डिग्रियां


मानव भारती विश्वविद्यालय के सहायक रजिस्ट्रार की गिरफ्तारी के बाद सोलन पुलिस की एसआईटी ने बड़ी कार्रवाई के साथ कई खुलासे किए हैं। दस्तावेजों की जांच और पूछताछ में खुलासा हुआ है कि विवि प्रबंधन करीब पांच लाख फर्जी डिग्रियां बांट चुका है और इसमें अरबों रुपये का लेन-देन हुआ है। हालांकि, पुलिस कह रही है कि यह आंकड़ा कम-ज्यादा हो सकता है। उधर, बुधवार को एसआईटी ने विवि का एक और कर्मचारी हरियाणा के करनाल से गिरफ्तार किया है। प्रमोद कुमार ने मानव भारती से पीएचडी कर रखी है। आरोप है कि प्रमोद कुमार फर्जी डिग्री प्रकरण की बागडोर संभाल रहा था। मानव विवि के फर्जीवाड़े में उसकी भूमिका अहम थी। पुलिस आरोपी को सोलन ले आई है। उधर, सोलन पुलिस ने बुधवार को धर्मशाला के निजी शिक्षण संस्थान में दबिश देकर पूरा दिन रिकॉर्ड खंगाला। बता दें कि यूजीसी में शिकायत और हरियाणा के चरखी दादरी की छात्रा के केस दर्ज कराने के बाद इस मामले में पर्दाफाश हुआ। 
 

गिरफ्तार सहायक रजिस्ट्रार से पूछताछ के बाद विवि के मालिक राजकुमार राणा के राजस्थान के माउंट आबू स्थित माधव विश्वविद्यालय में भी दबिश देकर रिकॉर्ड कब्जे लेकर संस्थान को सील कर दिया है। पुलिस ने माधव विवि से 1376 खाली डिग्रियां, 14 मोहरें, चार डिस्पैच रजिस्टर, 50 माइग्रेशन प्रमाणपत्र, 199 खाली एनवलेप, 485 खाली हेडज, 319 खाली डिटेल मार्क्सशीट, दो कंप्यूटर, छह भरी गई डिग्रियों सहित अन्य दस्तावेज बरामद किए हैं। मामले को खंगालने में पुलिस टीम होली के दिन भी लगी रही। मानव भारती विवि में देर रात तक सर्च अभियान चलता रहा। पुलिस ने हार्ड डिस्क और कई दस्तावेज कब्जे में लिए हैं। उधर, पुलिस अधीक्षक अभिषेक यादव ने बताया कि पुलिस जल्द पूरा खुलासा करेगी। हरियाणा से गिरफ्तार आरोपी को कोर्ट में पेश किया जाएगा और उसकी रिमांड मांगी जाएगी। कितनी फर्जी डिग्रियां बांटीं और कितने पैसों का लेन-देन हुआ, इसकी जांच जारी है।

एपीजी विवि में सीआईडी की एसआईटी ने शुरू की जांच


पीजी विश्वविद्यालय के जाली डिग्री मामले सीआईडी की एसआईटी ने जांच शुरू कर दी है। सीएम जयराम ठाकुर ने कहा कि ठोस सुबूत मिलने पर नियमानुसार कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इसके बारे में सीआईडी की विशेष अन्वेषण टीम (एसआईटी) कार्रवाई कर रही है। मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने कहा कि इस बारे में गंभीरता से कार्रवाई की जा रही है। देवभूमि को बदनाम नहीं होने दिया जाएगा।

मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने सदन में अपना वक्तव्य पेश किया। उन्होंने कहा कि धर्मपुर थाने में चरखी दादरी की ममता ने तीन मार्च को धारा 420, 467, 468, 471,120बी के तहत मामला दर्ज करवाया है। इसमेें आरोप लगाया है कि मानव भारती विश्वविद्यालय ने इसे मनोविज्ञान में स्नातकोत्तर विषय में दाखिला लेने के बावजूद फर्जी डिग्री दी।

विश्वविद्यालय के प्रशासनिक ब्लॉक मेें छह मार्च को रेड की गई। कंप्यूटर की हार्ड डिस्क, लैपटॉप, पैन ड्राइव, मोहरें और अन्य दस्तावेजों कब्जे मेें लिए। ई-ब्लॉक के गोदाम से रद्दी के नीचे दबे वर्ष 2009 से 2015 तक के कुल डिटेल मार्क कार्ड और 15 डिग्रियां भी बरामद की। सात मार्च को केस दर्ज किया। सीएम ने कहा कि गुप्तचर विभाग की ओर से थाना धर्मपुर में भेजी 103 जाली डिग्रियों पर भी केस दर्ज किया गया।

मानव भारती विवि के मामले में अब तक दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। सीएम ने कहा कि ऊना के बहड़ाला निवासी आशुतोष ने भी हरोली थाने में केस दर्ज करवाया। इसके अनुसार नौकरी में हाजिरी दिखाकर भी छात्राओं को नियमित दर्शाया गया। उन डिग्रियों के आधार पर अनुभव प्रमाणपत्र दिया गया। चारोें अभियोगों की जांच हर पहलू ध्यान में रखकर की जा रही है।