नोएडा के सड़कों पर दिखा सन्नाटा संक्रमित मरीज की सोसाइटी का आंखों देखा हाल




नोएडा सेक्टर 78 स्थित सोसाइटी में रहने वाले एक व्यक्ति में कोरोना वायरस के संक्रमण की पुष्टि होने के बाद से ही पूरी सोसाइटी का नजारा बजल गया है। सोसाइटी प्रबंधन समेत वहां रहने वाले सभी लोग एहतियात बरत रहे हैं। एक व्यक्ति की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आने के बाद सोसाइटी के लोग बेहद सतर्क हो गए हैं। सोसाइटी की एक युवति ने बताया वहां का आंखों देखा हाल। आगे पढ़िए कि तमाम सावधानियों के साथ कैसे रह रहे हैं उस सोसाइटी के लोग और कैसे चल रहा है उनका काम जिस शख्स को वायरस से संक्रमित पाया गया है वह फेज-2 स्थित कंपनी में काम करता है। इसी कंपनी के निदेशक कुछ दिन पहले इटली से वापस आए थे और उनमें कोरोना वायरस की पुष्टि हुई थी। निदेशक के बाद ही सेक्टर 78 स्थित सोसाइटी के शख्स में कोरोना वायरस की पुष्टि हुई। इसके बाद से सोसाइटी और आसपास के इलाकों में सुरक्षा के कड़े इंतेजाम किए गए हैं।सोसाइटी में विजिटर्स का आना-जाना बंद कर दिया गया है। वहीं घरों में काम करने वाली सहायिकाओं को भी सोसाइटी में आने की अनुमति नहीं है। सोसाइटी के मेन गेट पर मौजूद गार्ड अंदर आने वाले हर एक शख्स को सैनेटाइजर दे रहे हैं। साथ ही उनकी थर्मल स्कैनिंग की जा रही है। वहां मौजूद गार्ड ने बताया कि मेड और किसी भी डिलीवरी बॉय की एंट्री सोसाइटी में नहीं होगी। डिलीवरी बॉय द्वारा लाया गया सामान गेट पर ही रखा जाएगा और सामान मंगाने वाला शख्स गेट पर आकर खुद उसे लेकर जाएगा।सोसाइटी के सभी गार्ड मास्क पहने नजर आ रहे हैं। गार्ड ने बताया कि कोरोना वायरस के चलते इमारत की सभी लिफ्ट को सैनेटाइज किया गया है। सोसाइटी में रहने वाले एक शख्स का कहना है कि लोग बिना किसी जरूरी काम के घर से बाहर नहीं निकल रहे हैं। बच्चों के स्कूल बंद हैं इसलिए वे भी घरों से बाहर नहीं जा रहे। सोसाइटी में पहले की तरह चहल-पहल नजर नहीं आ रही है।सोसाइटी के बाहर मौजूद कॉम्प्लेक्स के गेट पर भी ताला लगा दिया गया है। यहां सोसाइटी के लोग सामान खरीदने जाते थे, लेकिन कॉम्प्लेक्स बंद होने की वजह से उन्हें परेशानी हो रही है। सोसाइटी के आसपास चार अन्य सोसाइटी भी हैं। कोरोना वायरस के चलते इन सोसाइटियों में भी सुरक्षा कड़ी कर दी गई है।














बिना मास्क पहने कोई भी शख्स सोसाइटी में नहीं आ सकता। कई सोसाइटियों के बाहर ही पानी की टंकी और साबुन के इंतजाम किए गए हैं। बुधवार सुबह आठ बजे जब लोगों के ऑफिस जाने का समय था, तब भी हमेशा चहल-पहल के साथ दिखने वाली सड़कों पर सन्नाटा छाया रहा।