लॉकडाउन की उड़ी धज्जियां, बांद्रा स्टेशन पर पहुंचे हजारों मजदूर


मुंबई के बांद्रा रेलवे स्टेशन पर मंगलवार को अचानक हजारों मजदूर पहुंच गए. बिहार, उत्तर प्रदेश और झारखंड के रहने वाले इन मजदूरों को भरोसा था कि आज लॉकडाउन खत्म हो जाएगा और वे पहली ट्रेन से ही अपने गांव वापस जाएंगे. कोरोना वायरस से सबसे ज्यादा प्रभावित मुंबई में इतनी भारी भीड़ देखकर अधिकारियों के पसीने छूट गए कई ऐसे मजदूर थे जिन्हें पता भी नहीं था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लॉकडाउन को 3 मई तक बढ़ा चुके हैं.


मुंबई में पिछले 20-25 दिनों से फंसे इन मजदूरों  ने  कहा कि मुंबई में उनके पास कुछ नहीं बचा है, न खाने को सामान है और न रोजगार मिल रहा है. ऐसे में उनके लिए अगले 20 दिन गुजारना मुश्किल है, इसलिए वे किसी भी हाल में घर जाना चाहते हैं. जब रेलवे स्टेशन के अधिकारियों ने इन्हें समझाया कि ट्रेनें बंद हैं तो वे अधिकारियों की बात तक मानने को नहीं राजी हुए, इसके बाद पुलिसवालों को लाठीचार्ज करना पड़ा.


रिपोर्ट के मुताबिक जब इन मजदूरों को जानकारी मिली की लॉकडाउन 3 मई तक बढ़ा दिया गया है तो इनके अंदर एक भय का माहौल पैदा हो गया. इन्हें लगा कि अब इसी हाल में उन्हें पूरा मई महीना गुजारना पड़ेगा. इसके बाद मजदूर समूह बनाकर बांद्रा स्टेशन की ओर निकल पड़े. बांद्रा स्टेशन से ही दूसरे राज्यों की लंबी दूरी की ट्रेनें खुलती हैं.


कई मजदूर अफवाहों पर यकीन कर भी यहां तक पहुंच गए हैं. बता दें कि महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे ने पहले ही महाराष्ट्र में लॉकडाउन को बढ़ाने की घोषणा कर दी थी


इस पूरे घटनाक्रम पर कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लॉकडाउन बढ़ाने के साथ ही इन मजदूरों के लिए पैकेज की घोषणा करनी चाहिए थी. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा घोषणा की गई 5 किलो अनाज काफी नहीं है. उन्होंने कहा कि सरकार को राशन कार्ड का रंग देखे बिना सभी को अनाज मुहैया कराना चाहिए. उन्होंने कहा कि सरकार को हर जन-धन खाते, विधवा महिला के खाते में 7500 रुपये ट्रांसफर करना चाहिए.