एशिया के सबसे बड़े ड्रग रैकेट का म्यांमार में पर्दाफाश, 20 करोड़ मेथ की गोलियां जब्त


म्यांमार की पुलिस ने एशिया के सबसे बड़े ड्रग रैकेट का पर्दाफाश किया है। इस दौरान अरबों रुपये मूल्य के प्रतिबंधित 20 करोड़ मेथ की गोलियां जब्त की गईं हैं, जो कि खतरनाक रूप से शक्तिशाली सिंथेटिक ओपिओइड बनाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है।


 
इस मामले में पुलिस ने कुटखाई टाउनशिप के ल्वे खाम गांव से 33 संदिग्धों को गिरफ्तार किया। इस ऑपरेशन को तीन महीने में अंजाम दिया गया।  
संयुक्त राष्ट्र कार्यालय ड्रग्स एंड क्राइम (यूएनओडीसी) के क्षेत्रीय समन्वयक जेरेमी डगलस के अनुसार जब्त की गई गोलियों की संख्या वाकई में चौकाने वाला था।   


पुलिस ने एक संयुक्त बयान में कहा कि इस ऑपरेशन में लगभग 20 करोड़ मेथ की गोलियां, 500 किलोग्राम से अधिक क्रिस्टल मेथामफेटामाइन, 3,750 लीटर तरल मिथाइलफेंटेनल के साथ-साथ और भी कई तरह के रसायन जब्त किए गए। यह माना जा रहा है कि पुलिस ने दक्षिण-पूर्व एशिया के अब तक के सबसे बड़े ड्रग रैकेट का पर्दाफाश किया है।


वहीं विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि एशिया में ड्रग उत्पादकों द्वारा उन्हीं लोगों को इसकी आपूर्ति की जाती है जो सिंथेटिक ओपिओइड के साथ-साथ हेरोइन जैसी ओपियेट ड्रग्स का भी उपयोग करते हैं। 
पुलिस ने अपने संयुक्त बयान में कहा कि इस ऑपरेशन में लगभग 20 करोड़ मेथ की गोलियां, 500 किलोग्राम से अधिक क्रिस्टल मेथामफेटामाइन, 3,750 लीटर तरल मिथाइलफेंटेनल के साथ-साथ और भी कई तरह के रसायन जब्त किए गए। यह


माना जा रहा है कि पुलिस ने दक्षिण-पूर्व एशिया के अब तक के सबसे बड़े ड्रग रैकेट का पर्दाफाश किया है।विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि एशिया में ड्रग उत्पादकों द्वारा उन्हीं लोगों को इसकी आपूर्ति की जाती है जो सिंथेटिक ओपिओइड के साथ-साथ हेरोइन जैसी ओपियेट ड्रग्स का भी उपयोग करते हैं।


यह बेहद घातक मेथामफेोटामाइन कई केमिकल बनाकर तैयार किया जाता है। यह हेरोइन से भी घातक नशा है। यह नशा अब तक मेट्रो शहरों की रेव पार्टियों में इस्तेमाल होता रहा है। अब इसके शहर के कई युवाओं द्वारा सेवन करने की बात सामने आई है। इसका सेवन काफी घातक है।
म्यांमार ने सौंपे भारत को 22 उग्रवादी
देश की आतंरिक सुरक्षा को मजबूत करने के लिए भारत को एक और कूटनीतिक सफलता मिली है। म्यांमार सरकार ने भारत को 22 उग्रवादी सौंपे हैं। ये अभियुक्त पूर्वोत्तर में अशांति फैलाने के आरोपी हैं। इन्हें मणिपुर और असम में राज्य पुलिस को सौंपा गया है। ये उग्रवादी NDFB(S), UNLF, PREPAK (Pro), KYKL, PLA and KLO से संबंध रखते हैं। सूत्रों के मुताबिक यह पूरा ऑपरेशन एनएसए अजित डोभाल के नेतृत्व में हुआ। 


इन उग्रवादियों में से 10 मणिपुर में वॉन्टेड थे जबकि बाकियों की असम में तलाश थी। कोरोना वायरस के खतरे के चलते पुलिस सभी स्वास्थ्य प्रोटोकॉल का पालन करेगी और इन सभी को फिलहाल क्वारंटीन में भेजा जाएगा। जानकारी के मुताबिक इन उग्रवादियों को विशेष विमान से लाया गया है। सूत्रों के मुताबिक म्यांमार सरकार की ओर से यह एक बड़ा कदम है और इससे दोनों देशों के संबंध और मजबूत होंगे।