भारतीय मज़दूर किसान संगठन के राष्ट्रिय महासचिव लियाकत प्रधान को भू माफियाओं ने खिलाफ आवाज उठाने पर फर्जी मुकदमों में फसाया

 


डीएम मुजफ्फरनगर सेल्वाकुमारी एसएसपी अभिषेक यादव एडीएम प्रशासन अमित कुमार एसडीएम दीपक कुमार के द्वारा अनुचित लाभ लेकर भू माफियाओं के माध्यम से लगभग 200 बीघे का शिकार की भूमि तथा 50 बीघा सरकारी भूमि पर प्रशासनिक सहयोग से अवैध कब्जा कराया गया तथा कई सौ करोड रुपए वसूले गए जबकि 132 की लैंड माननीय सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बावजूद मुक्त नहीं कराई गई बल्कि उनका माननीय न्यायालय के आदेशों की अवहेलना करते हुए अवैध कब्जे करा दिए गए तथा उक्त भूमि पर फर्जी तरीके से पीएनबी शाखा चरथावल से करोड़ों रुपए लिए गए जिसके खिलाफ आवाज उठाने भारतीय मज़दूर किसान संगठन के राष्ट्रिय महासचिव लियाकत प्रधान, ग्राम नियामुक थाना चर्धल ज़िला मुजफ्फरनगर व उनके परिवार के बच्चो के ऊपर वर्ष 2018 से फर्जी 13 मुकदमे दर्ज कर उनकी चार्टशीट भी कोर्ट में तत्काल भेज कर उन्हे फंसा दिया। लियाकत प्रधान का कहना है इसी तरीके सौ अन्य परिवार पर भी फर्जी मुकदमों में फंसा कर उन्हे परेशान किया जा रहा। आज उनकी सुनवाई राजधानी लखनऊ इंदिरा भवन के अल्पसंख्यक विभाग में हुई ।

 जिसके बाद उन्होने कहा की चैयरमैन साहब ने दोनो पक्षों की बात सुनी इसके बाद उन्होंने इस मामले पर बहुत नाराजगी जताई और साथ ही चेयरमैन साहब ने यह आश्वासन भी दिया की आने वाली 28/12/21 तारीख तक दोनो पक्ष बैठ कर बात करके सुलह कर ले अन्यथा आप अपनी तरफ से कोई भी कानूनी कार्रवाई कर सकने की बात कही। साथ लियाकत प्रधान ने अपनी जान को खतरा होने की बात भी कही।


 इस संदर्भ में मानवाधिकार आयोग अल्पसंख्यक आयोग लोकायुक्त उत्तर प्रदेश कार्यालय गृह मंत्री भारत सरकार सहित अन्य पदाधिकारियों को अवगत कराया जा चुका है वहीं राष्ट्रीय युवा वाहिनी के राष्ट्रीय अध्यक्ष केडी शर्मा ने बताया कि जिस प्रकार से अन्य उपयुक्त फर्जी मुकदमे हमारे संगठन के पदाधिकारी लियाकत प्रधान पर लगाए गए यह निहायत ही शर्मिंदा योग्य है और अल्पसंख्यक आयोग के फैसले का हम सम्मान करते हैं और जिस प्रकार से हमारे पदाधिकारी को जिला बदर करने का प्रयास किया गया है या अनैतिक है और इस पर संवैधानिक रूप से उपयुक्त कार्यवाही करें और अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष ने अग्रिम कार्यवाही हेतु 27 दिसंबर को संशोधित कर पुनः बुलाया है। इस अवसर पर राष्ट्रीय युवा वाहिनी व भारतीय किसान यूनियन के सभी पदाधिकारी उपस्थित रहे।