कृषि कानून में आंदोलनकारी शहीद किसान परिवार को टिकट देकर लोकदल लड़ाएगा चुनाव - लोकदल



लोकदल के राष्ट्रीय अध्यक्ष चैधरी सुनील सिंह ने आज लखनऊ में कहा की  दंगाइयों की पार्टी  भारतीय जनता पार्टी हो या बसपा हो या सपा हो सभी ने किसानों,महिला,जनता, बेरोजगारों युवा, को ठगा है भारतीय जनता पार्टी द्वारा गुमराह करने वाली झूठी घोषणाएँ ,  जनता को भ्रमित करने  का खेल फिर से चुनाव को देखकर  शुरू ? हो गया है। जिसको जनता को समझना और सतर्क रहने की आवश्यकता है ।कितना आश्चर्यजनक है कि जिनकी प्रदेश में पिछले वर्षों से बसपा सपा और भाजपा सरकार रही है, वर्तमान में लगभग 5 वर्ष से जो सत्ता पर क़ाबिज़ है वो आज भी झूठ के विकास की घोषणा का रोडमैप ही बना रहे है , विकास के सपने ही दिखा रहे है ?  जनता इनके भ्रम में नहीं आने वाली है।  भाजपा कई दशकों से ‘भगवान’ का घर बनाने के नाम पर वोट मांग रही है। चुनाव के समय पर भारतीय जनता पार्टी को याद आती है तो वहीं सपा को पिछड़ा वर्ग, किसान बेरोजगार युवा और मुसलमान। यह लोग फिर एक बार हिंदू मुस्लिम भाइयों को लड़ाने का काम कर सकते हैं। जनता को जाति और धर्म को लड़ाने वाली पार्टियों से दूर रहने की जरूरत है श्री सिंह ने कहा है कि हमारे दल की विचारधारा हिंदू और मुस्लिम दोनों ही धर्मों को साथ लेकर चलने की है। लोकदल पार्टी हिंदू और मुस्लिमों में फर्क नहीं करती है । किसानों की लड़ाई लड़ने वाली संघर्ष करने वाली पार्टी है लोकदल ने भी ऐलान कर दिया है कि उम्मीदवारों की सूची में शहीद किसानों के परिवार को शहीद होने के दर्जे के को लेने के साथ-साथ उनके परिवार को लोकदल टिकट देने का काम भी करेगी। सिंह ने कहा है कि संघर्षशील और पूरे प्रदेश में नई राजनीति की पहल करने वाले शहीद किसानों के परिवार को टिकट देगा। जिससे यूपी की राजनीति नई दिशा देने में कामयाब होगी श्री सिंह ने आगे यह भी कहा है कि एनआरसी आंदोलन में जेल गई महिलाओं को, भी लोकदल टिकट देने का काम करेगा लोकदल की कोशिश है की तीन कृषि कानून को लेकर प्रदर्शन कर रहे 700 किसानों पर जिस तरह से सरकार द्वारा क्रूरता 1 वर्षों से जिन परिवारों को देखना पड़ा ऐसे परिवारों को लोकदल अपना प्रत्याशी बनाकर लड़ाई को लड़ने के लिए राजनीति में नई पहल की शुरुआत करेगा। बीजेपी के एक बार फिर झूठे वादा और धर्म के एजेंडे के सहारे चुनावी नैया पार लगाना चाहती है, पर जनता पूरी की पूरी नाव डूबाने की तैयारी में विधानसभा 2022 के चुनाव में तैयार बैठी है।  इसी फार्मूले पर बीजेपी की बी टीम बसपा, सपा भी चल रही है।